समरनीति न्यूज, बांदा : यूपी के बांदा जिले में एक हादसे में चार बहनें केन नदी में डूब गईं। दो की मौत हो गई। दो बहनों को बचा लिया गया। उठाने पहुंची तो परिजनों और ग्रामीणों ने हंगामा कर दिया। उनका आरोप था कि अवैध खनन के चलते नदी और किनारे गहरे गड्ढे हो गए हैं, यही हादसे की वजह है। पास की खदान संचालक इसके जिम्मेदार हैं। ग्रामीण और परिजन कार्रवाई की मांग कर रहे थे। उनका कहना था कि वरना पहले भी लोग वहीं से निकलते रहे हैं। देर रात अधिकारियों ने ग्रामीणों को शांत कर स्थिति को सामान्य किया। हंगामे के बाद शव उठाए जा सके।
अवैध खनन से नदी-किनारों पर गहरे गड्ढे मौत का कारण
जानकारी के अनुसार पैलानी थाना क्षेत्र के खप्टिहाकलां के सिमरन डेरा में भंडारा था। शुक्रवार शाम खप्टिहाकला की रहने वाली चार चचेरी बहनें यासमीन (10) पुत्री बल्लू, उसकी चचेरी बहन शफीना (14) पुत्री सिराजुल, शबाना (13) पुत्री अनीस, रुकसार (10) पुत्री इंदू भंडारा खाने को निकलीं। वहां से लौटते समय केन नदी पार करते समय चारों पैर फिसलने से गहराई में चली गईं।
ये भी पढ़ें : बांदा के एक होटल में शव मिलने से सनसनी, छानबीन में जुटी पुलिस..
नाविक सुरेश ने दो बहनों शबाना और रुकशार को पानी से बाहर निकाल लिया। बाकी दोनों डूब गईं। बाकी दोनों के शव बरामद हुए। परिजनों ने शव नहीं उठने दिए।
हंगामे के बाद देर रात पुलिस उठा सकी दोनों बच्चियों के शव
मृतका के ताऊ हजरत का कहना था कि पास में चल रही खदान संचालकों द्वारा अवैध खनन की वजह से बालू खदान के बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। यही हादसे का कारण है। उनके खिलाफ पहले ठोस कार्रवाई हो। एएसपी लक्ष्मी निवास मिश्रा और एडीएम ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को समझाया। पीड़ित परिवारों को मुआवजे की जानकारी दी। तब शवों को वहां से उठाया जा सका।
ये भी पढ़ें : बांदा पहुंचे उत्तराखंड के पूर्व सीएम रमेश पोखरियाल निशंक