लोकसभा-2019ः अखिलेश के लिए कांग्रेस की तरह बसपा भी शुभ फलदायी नहीं हुई साबित
समरनीति न्यूज, पॅालीटिकल डेस्कः सपा प्रमुख व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को गठबंधन रास नहीं आया। जिस भाव से अखिलेश यादव ने बसपा प्रमुख मायावती का हाथ थामा था उसमें वह कामयाब नहीं हुए। उत्तर प्रदेश में सपा को कुछ खास फायदा नहीं हुआ, अलबत्ता मायावती को जरूर संजीवनी मिली है। इसके पहले भी अखिलेश यादव यूपी के विधान सभा चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़े थे और उसमें भी उन्हें सफलता नहीं मिली थी। उत्तर प्रदेश में जब सपा-बसपा ने गठबंधन का ऐलान किया था तो सबने उम्मीद की थी कि उत्तर प्रदेश में गठबंधन से बीजेपी को कड़ी चुनौती मिलेगी और चुनाव के दौरान कई सीटों पर चुनौती दिखी भी थी।
मायावती को मिली संजीवनी
जमीनी स्तर पर काम करने वाले पत्रकारों ने भी उम्मीद जतायी थी कि गठबंधन यूपी में 40 से 50 सीटे जीत सकती है। लेकिन आज जब चुनाव परिणाम आया तो सारा कयास हवा-हवाई साबित हुआ...