
समरनीति न्यूज, बांदा : यूपी में 15 जून से मानसून आने की संभावना है। इससे पहले प्री मानसून भी दस्तक दे सकता है। सीवर जाम हो चुके हैं। उनके नाम मात्र को पानी निकल रहा है। ऐसे में हर साल होने वाली बांदा शहर में जलभराव की समस्या की आशंका है। वहीं संबंधित विभागों की बात करें तो इनकी अकर्मण्यता जगजाहिर है। समस्या देखकर आंखें मूंदने में जलसंस्थान विभाग सबसे आगे है। शहर में गंदे पानी की शिकायतों के लिए जाना जाने वाला यह विभाग सीवरेज ठप होने के बावजूद सफाई को लेकर फिसड्डी बना है।
जलसंस्थान के अधिकारी जानते हुए भी निष्क्रिय

हाल यह है कि शहर का आवास विकास जैसा पाॅश इलाका अभी से जलभराव जैसे हालात से जूझता नजर आ रहा है। आवास विकास-B ब्लाक में सीवरेज से पानी काफी धीमा निकल रहा है। पूरा का पूरा सीवरेज लगभग जाम है। नालियां तक ओवरफ्लो हो रही हैं। गंदगी से सीवरेज पट सा गया है। चौंकाने वाली बात यह है कि अधिकारी जानते हुए भी बीते कई दिनों से सिर्फ गोल-गोल घुमाने वाली बातें तो कर रहे हैं, मगर काम नहीं।
रिटायरमेंट नजदीक, इसलिए काम में मन नहीं
इसे लेकर जलसंस्थान के अधिशाषी अधिकारी राजेश श्रीवास्तव से बात की गई। उन्होंने कहा कि यह शिकायत कई लोगों से मिली है, इसमें सफाई का काम जल्द कराया जा रहा है।
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चौंकाने वाली बात यह है कि जलसंस्थान के एक्सईएन बीते 5 दिन से यही रटी-रटाई बातें दोहरा रहे हैं। जमीन पर उनके सफाई कराने वाले दावे कहीं दिखाई नहीं दे रहे हैं। अगर प्री मानसून में बारिश हुई तो लोगों का घरों से रुकना दूभर हो जाएगा। लेकिन साहब को इससे कोई मतलब नहीं।
कई शिकायतों पर भी रटी-रटी बातें ही जबाव
सवाल यह है कि जलस्थान के यह अधिकारी जानते हैं कि समस्या है और इसकी शिकायतें भी कई लोगों से मिलने की बात कह रहे हैं। तो फिर अबतक सफाई क्यों नहीं करा रहे। वहीं चर्चा है कि एक्सईएन श्री श्रीवास्तव का जल्द ही रिटायरमेंट है। इसलिए वह काम में रुचि नहीं ले रहे हैं।
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शायद उनका मानना है कि अब जो आएगा वो संभालेगा। वहीं प्रशासनिक स्तर पर भी जलभराव जैसी समस्याओं के प्रति उदासीनता बरती जाती है। यही वजह है कि जनता जलभराव से जूझती रहती है। प्रशासनिक स्तर से ऐसे अधिकारियों के खिलाफ सख्त एक्शन न लेना इसका बड़ा कारण है।
क्या कहते हैं उच्चाधिकारी
उधर, इसे लेकर जलसंस्थान के जीएम पुरुषोत्तम कुमार से बात की गई। उन्होंने मामले को काफी गंभीरता से लिया। कहा कि जनता को परेशानी हो, ऐसा नहीं होने दिया जाएगा। जीएम पुरुषोत्तम ने कहा कि एक्सईएन से अभी बात करते हैं और सीवरेज की सफाई का काम शुरू कराते हैं। उधर, एक्सईएन श्रीवास्तव ने आज भी वहीं रट लगाए रखी, कि जल्द सफाई कराएंगे, जेई को भेजेंगे।
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