

समरनीति न्यूज, बांदा : बांदा में बीते दो दिन की बारिश से जनजीवन पहले ही प्रभावित है। अब बाढ़ का खतरा भी बढ़ता जा रहा है। जिले की दोनों नदियां केन और यमुना का जलस्तर बढ़ा हुआ है। केन खतरे के निशान से ऊपर है तो यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। केन नदी आज शुक्रवार दोपहर करीब 3 बजे तक खतरे के निशान से 1 मीटर ऊपर बह रही थी।
105.3 मीटर पर केन का जलस्तर
वहीं यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। सिंचाई विभाग के अधिकारियों का कहना है कि कल यानी 14 सितंबर शनिवार सुबह तक यमुना भी खतरे के निशान से ऊपर पहुंच सकती है। ऐसे में बांदा के पैलानी व आसपास के क्षेत्र में हालात खराब हो सकते हैं। हालांकि, जिला प्रशासन और सिंचाई विभाग के अधिकारी स्थिति पर नजर रख रहे हैं।
सिंचाई विभाग के अधिकारी बोले..
जानकारी के अनुसार केन नदी का जलस्तर आज दोपहर करीब 3 बजे 105.3 मीटर के आसपास रहा। सिंचाई विभाग के अधिशाषी अभियंता अरविंद पांडे ने बताया कि सुबह जलस्तर 105.5 मीटर पर था। केन नदी के खतरे का निशान 104 मीटर है।
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दोपहर होते-होते जलस्तर स्थिर हो गया। ऐसे में संभावना है कि केन का जलस्तर नीचे उतरेगा। हालांकि, अधिकारियों का अनुमान है कि अब शनिवार सुबह तक केन खतरे के निशान से नीचे आ जाएगी।
यमुना नदी खतरे से थोड़ी दूर
वहीं दूसरी ओर यमुना का जलस्तर बढ़ रहा है। वहां शनिवार सुबह तक यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है।
यमुना में खतरे का निशान 100 मीटर पर है। सिंचाई विभाग के अधिकारियों का कहना है कि दोपहर 3 बजे तक यमुना का जलस्तर 99.3 मीटर रहा।
DM ने किया इलाके का दौरा
इसके आज रात में बढ़कर कल सुबह तक खतरे के निशान से ऊपर होने की आशंका है। उधर, बांदा के डीएम नगेंद्र प्रताप ने आज यमुना नदी के बढते जलस्तर के तहत बबेरू में संभावित बाढ़ की स्थिति से निपटने की तैयारियों के निर्देश दिए।
साथ ही अमौसी घाट यमुना पुल पर जल प्रवाह की स्थिति भी देखी। रात में भी बाढ़ से संबंधित कर्मचारियों की ड्यूटी लगाने के निर्देश दिए हैं। ताकि स्थिति पर पूरी नजर रखी जा सके।
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