Saturday, May 4सही समय पर सच्ची खबर...

Tag: तेज बहादुर

बड़ी खबरः सुप्रीमकोर्ट ने कहा- तेज बहादुर की शिकायत पर गौर करे आयोग, अगली सुुनवाई 9 मई को

बड़ी खबरः सुप्रीमकोर्ट ने कहा- तेज बहादुर की शिकायत पर गौर करे आयोग, अगली सुुनवाई 9 मई को

Breaking News, Feature, Today's Top four News, उत्तर प्रदेश, कानपुर, भारत, लखनऊ, लोकसभा चुनाव -2019
समरनीति न्यूज, न्यूज डेस्क: सुप्रीम कोर्ट ने बीएसएफ के बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव के नामांकन रद्द करने के मामले की सुनवाई करते हुए आज चुनाव आयोग से कहा कि वह बीएसएफ के बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव की वाराणसी संसदीय सीट से नामांकन रद्द किए जाने के खिलाफ दर्ज शिकायत पर गौर करे। मालूम हो तेज बहादुर यादव ने वाराणसी संसदीय सीट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लडऩे के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया था। आयोग ने कुछ जरूरी कागजात न दिखा पाने का हवाला देकर उनका नामांकन रद्द कर दिया था। 9 मई को फिर सुनवाई   उसी के खिलाफ पूर्व बीएसएफ जवान ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी। इसमें उन्होंने आयोग के फैसले को पक्षपातपूर्ण और तर्कहीन बताते हुए इसे निरस्त करने का अनुरोध किया है। सीजेआई रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पीठ ने निर्वाचन आयोग के वकील से कहा कि वे इस संबंध में आवश्यक निर्देश प्राप्त करके ...
तेज बहादुर का दावा, चुनाव न लड़ने के लिए मिला था 50 करोड़ का ऑफर, नाम बताने से इंकार..

तेज बहादुर का दावा, चुनाव न लड़ने के लिए मिला था 50 करोड़ का ऑफर, नाम बताने से इंकार..

Breaking News, Feature, Today's Top four News, उत्तर प्रदेश, भारत, लखनऊ, लोकसभा चुनाव -2019
समरनीति न्यूज, डेस्कः नामांकन रद्द होने के बाद अब बीएसएफ से बर्खास्त जवान तेज बहादुर ने एक बीजेपी पर आरोप लगाते हुए बड़ा खुलासा किया है। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने दावा किया कि बीजेपी के नेताओं ने उन्हें चुनाव न लडऩे के बदले 50 करोड़ रुपये का ऑफर दिया था। नामाकंन रद्द होने के बाद पहली बार मीडिया के सामने आए तेज बहादुर ने कई बातों का खुलासा किया। यादव ने दावा किया है कि जब वह निर्दलीय कैंडिडेट के तौर पर पर्चा दाखिल कर लौटे थे, तभी से बीजेपी के नेता उनसे संपर्क करने लगे थे। उन्होंने बीजेपी नेता का नाम नहीं बताया। इतना ही नहीं उन्होंने आशंका जतायी है कि बीजेपी के लोग उनकी हत्या करा सकते हैं। हांलाकि यह बात पहले क्यों नहीं बताई, इस बारे में तेज बहादुर पहले नहीं बोले। कहा, अब बनारस की गलियों में पैदल करेंगे मोदी के खिलाफ प्रचार  नामांकन रद्द होने के बाद पहली बार मीडिया के सामने आए तेज बह...
तेज बहादुर का नामांकन चुनाव आयोग ने किया रद्द, सरकार पर लगाया आरोप..

तेज बहादुर का नामांकन चुनाव आयोग ने किया रद्द, सरकार पर लगाया आरोप..

Breaking News, Feature, Today's Top four News, उत्तर प्रदेश, भारत, लखनऊ, लोकसभा चुनाव -2019
समरनीति न्यूज, पॅालीटिकल डेस्कः चुनाव आयोग ने तेज बहादुर का नामांकन वाराणसी से रद्द कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ ताल ठोक रहे तेज प्रताप के नामांकन को रद्द करने की वजह वाराणसी के जिला निर्वाचन अधिकारी सुरेंद्र सिंह ने रद्द कर दिया। उन्होंने इसकी वजह भी बताई। हांलाकि, तेज बहादुर ने पत्रकारों से कहा है कि उनका नामांकन साजिश के तहत गलत तरीके से रद्द किया गया है और ऐसा करने का दवाब डीएम वाराणसी पर था। बहरहाल, पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने के तेज बहादुर के सपने पर पानी फिर गया है। 11 बजे तक आयोग ने मांगा था अनापत्ति प्रमाण-पत्र  दरअसल, निर्वाचन अधिकारी द्वारा तेज बहादुर को दो नोटिस जारी किए गए थे जिनका जवाब देने बुधवार दोपहर 11 बजे तेज बहादुर अपने वकील के साथ आरओ से मिलने पहुंचे। इसके बाद उनका नामांकन रद्द होने की सूचना आई। इस दौरान नामांकन पत्र के नोटिस के जवाब देने के...
वाराणसी से बर्खास्त बीएसएफ जवान तेज बहादुर के नामांकन पर संकट..

वाराणसी से बर्खास्त बीएसएफ जवान तेज बहादुर के नामांकन पर संकट..

Breaking News, Feature, Today's Top four News, उत्तर प्रदेश, भारत, लखनऊ, लोकसभा चुनाव -2019
समरनीति न्यूज, पॅालीटिकल डेस्कः तेज बहादुर यादव की वजह से इस समय बनारस चर्चा में बना हुआ है। तेज बहादुर को जिस तरह जन समर्थन के साथ नेताओं का समर्थन मिल रहा है उससे बनारस का समीकरण बदलने लगा था, लेकिन अब यादव के नामांकन पर संकट मडराने लगा है। चुनाव आयोग ने तेज बहादुर को नोटिस जारी किया था जिसका जवाब आज 11 बजे तक जमा करना था। तेज बहादुर आज कलेक्ट्रेट जाकर जवाब दिए है। अब देखना होगा कि चुनाव आयोग उनके जवाब से संतुष्टï हो पाता है या नहीं। सपा ने दिया है तेज बहादुर को अपनी पार्टी से टिकट  बताते चले कि बीएसएफ से बर्खास्त जवान तेज बहादुर को समाजवादी पार्टी ने वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लडऩे के लिए टिकट दिया है। सपा प्रत्याशी के रूप में नामांकन से पहले तेज बहादुर ने बतौर निर्दलीय उम्मीदवार नामांकन किया था। तब अपने हलफनामे में उन्होंने माना था कि उन्हें सरकारी नौकरी...