समरनीति न्यूज, लखनऊ : आज बुधवार को पितृ अमावस्या है। इसके साथ ही पुरखे आज विदा हो जाएंगे। 15 दिन तक पितरों की आव भगत और तर्पण के साथ आज उनकी विदाई का दिन आ गया है। सर्व पितृ विसर्जन के साथ ही पितरों को समर्पित यह पखवारा आज समाप्त हो रहा है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार इस बार अमावस्या तिथि पर अतिदुर्लभ संयोग बना है।
कई दशकों बाद बन रहा ऐसा शुभ योग
बताते हैं कि ऐसा शुभ योग कई दशकों बाद बन रहा है। इस दिन इस दिन जल तर्पण से पितृ तृप्त हों जाएंगे। साथ ही उनके आशीर्वाद से सफलता और समृद्धि के द्वार भी खुल जाएंगे।
यह सुयोग सौ बाधाओं से मुक्ति दिलाने वाला भी बताया जा रहा है। गुरुवार 3 अक्तूबर से नवरात्र शुरू हो रहे हैं। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार 7 और 8 अक्तूबर को गज केसरी योग बन रहा है। महाअष्टमी और महानवमी का व्रत 11 अक्तूबर को रहेगा।
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