समरनीति न्यूज, बांदा : बांदा बीएसए कार्यालय भ्रष्टाचार को लेकर काफी चर्चा में है। ऐसे में एंटी करप्शन टीम ने बीएसए कार्यालय से एक अधिकारी को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। दरअसल, बांदा जिले में रिश्वतखोरी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। लगातार एंटी करप्शन टीम ऐसे रिश्वतखोरों को गिरफ्तार भी कर रही है। अब नया मामला बांदा के बेसिक शिक्षा विभाग से सामने आया है।
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बीएसए आफिस से अधिकारी की गिरफ्तारी
हालांकि, बीएसए दफ्तर का हाल वैसे ही खराब है। अब रिश्वतखोरी के मामले में एंटी करप्शन टीम ने मध्याह्न भोजन योजना के जिला समन्वयक को 10 हजार रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। गुरुवार को हुई इस कार्रवाई से बीएसए कार्यालय में हड़कंप मच गया। पुलिस ने अधिकारी को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।
रिटायर शिक्षिक को नोटिस भेज मांगी रिश्वत
जानकारी के अनुसार विकास खंड नरैनी क्षेत्र में तैनात रहे शिक्षक गंगा सागर पिछले साल रिटायर हो गए थे। तैनाती के समय विद्यालय में रसोईया की नियुक्ति की थी।
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बताते हैं कि मध्याह्न भोजन योजना के जिला समन्वयक भाष्कर आसवानी ने उन्हें दो दिन पहले इस मामले में एक नोटिस भेजी। इसे लेकर सेवानिवृत्त शिक्षक काफी परेशान हो गए। परेशान शिक्षक ने का कहना है कि बात करने पर डीसी भाष्कर आसवानी ने उनसे रिश्वत में 10 हजार रुपए रिश्वत मांगी। कहा कि मामले को दबा देंगे। उन्होंने शिकायत भ्रष्टाचार निवारण टीम से की।
BSA दफ्तर में भ्रष्टाचार को लेकर चर्चाएं
सुबह शिक्षक को एंटी करप्शन टीम ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ धर दबोचा। इसके बाद आसवानी को पकड़कर कोतवाली ले जाया गया। वहां से उसे जेल भेज दिया गया। एंटी करप्शन टीम के निरीक्षक ओम प्रकाश ने घटना की जानकारी दी। उधर, बीएसए प्रिंसी मौर्या से इस बारे में बात करने की कोशिश की गई। लेकिन संपर्क नहीं हो सका।
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