

मनोज सिंह शुमाली, बांदा : लोकसभा चुनाव 2024 के पांचवे चरण के लिए कल मतदान हैं। बुंदेलखंड की बात करें तो यहां बांदा लोकसभा-48 सबसे ज्यादा हाॅट सीट बनी हुई है। तपती गर्मी में राजनीतिक तापमान भी चढ़ा हुआ है। इस सीट पर मौजूदा समय में त्रिकोणीय मुकाबला नजर आ रहा है। सपा और भाजपा से जहां दो पटेल बिरादरी के प्रत्याशी मैदान में हैं तो बसपा से ब्राह्मण उम्मीदवार है। भाजपा से मौजूदा सांसद आरके सिंह पटेल दूसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं।
बीजेपी-सपा से पटेल तो बसपा से ब्राह्मण उम्मीदवार
सपा-कांग्रेस गठबंधन ने पूर्व मंत्री और कद्दावर नेता शिवशंकर सिंह पटेल प्रत्याशी बनाया है। इस कारण सीधे तौर पर भाजपा के पटेल वोट बैंक में सेंध लग रही है। यह सीट पटेल बाहुल्य सीट है। सपा प्रत्याशी शिवशंकर भी पटेलों में बड़ा प्रभाव रखते हैं। वहीं बसपा ने इस सीट से पूर्व विधायक स्व. पुरुषोत्त्म द्विवेदी के बेटे मयंक द्विवेदी को टिकट देकर बड़ा दांव चल दिया है।
प्रमुख दलों के प्रत्याशियों के बीच कड़े मुकाबले का सीन
बसपा ने ब्राह्मण प्रत्याशी को मैदान में उतारकर अन्य दलों, खासकर भाजपा का ही खेल बिगाड़ा है। बताते हैं कि भाजपा से नाराज ब्राह्मण वोटर अब बसपा को विकल्प के रूप में देख रहा है। यह बात इसलिए भी अहम है कि ब्राह्मण वोटर इस सीट पर निर्णायक भूमिका में है। यही वजह है कि डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक कई बार चित्रकूट, मानिकपुर में नुक्कड़ सभाएं कर चुके हैं। इसके अलावा चित्रकूट-बांदा में गृहमंत्री अमित शाह, सीएम योगी आदित्यनाथ की सभाएं भी हुई हैं।
फिलहाल कोई दल बढ़त बनाता नहीं आ रहा नजर
दरअसल, भाजपा के पूर्व सांसद और एक पूर्व विधायक की नाराजगी सामने आती रही है। पूरे राजनीतिक समीकरणों को देखा जाए तो इस सीट पर अब त्रिकोणीय मुकाबला है। सपा और बसपा फिर भाजपा में लड़ाई है। यह भी हो सकता है कि दो दलों की लड़ाई में तीसरा फायदा उठा ले जाए। बहरहाल, मौजूदा समय में कोई प्रत्याशी अपनी जीत का दावा करने की स्थिति में नहीं है।
ये भी पढ़ें : यूपी में इन 14 सीटों पर कल मतदान, राजनाथ-राहुल और स्मृति की प्रतिष्ठा दांव पर
