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यूपी भाजपा: संगठन में ‘मेरा आदमी-तेरा आदमी’ की मनमानी रोकने के लिए चुनाव पर्यवेक्षक नियुक्त

UP BJP: Observer appointed to stop 'my man, your man' in organization

समरनीति न्यूज, ब्यूरो (लखनऊ): लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद से भारतीय जनता पार्टी संगठन चुनाव में फूंक-फूंककर कदम रख रही है। प्रदेश संगठन चुनाव में इस बार मनमानी रोकने के लिए पूरी तैयारी है। सांसदों-विधायकों के ‘मेरे आदमी-तेरे आदमी’ पर लगाम के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की गई है। लगभग 10 साल बाद लोकतांत्रिक तरीके से प्रदेश से लेकर बूथ तक की कार्यसमितियों का गठन किया जा रहा है। पार्टी की पूरी कोशिश है कि बैकडोर के बजाय पार्टी के मूल काडर वाले कार्यकर्ताओं को संगठन में जिम्मेदार पदों पर मौका मिले।

यूपी पर्यवेक्षक विनोद तावड़े की मौजूदगी में बैठक

दरअसल, भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री एवं यूपी के संगठनात्मक चुनाव के पर्यवेक्षक विनोद तावड़े की मौजूदगी में भाजपा मुख्यालय पर अहम बैठक हुई। इसमें संगठन का चुनाव पारदर्शी और निष्पक्ष ढंग से कराने की पूरी रूपरेखा पर चर्चा हुई। इतना ही नहीं मंडल व जिलाध्यक्षों के चुनाव के लिए 36 पर्यवेक्षकों की नियुक्तियां भी की गईं। पर्यवेक्षकों के रूप में

हर 3 जिलों में 1 पर्यवेक्षक तैनात करने की तैयारी

पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को तैनात किया गया है। बताते हैं कि इस बैठक में 1918 मंडल और 98 जिलों के संगठनात्मक चुनाव को लेकर रोडमैप तैयार हुआ है। पार्टी ने हर 3 जिलों में चुनाव के लिए 1 पर्यवेक्षक की नियुक्ति की है। हालांकि, पर्यवेक्षकों की सूची जारी नहीं की है। कहा गया है कि संगठन में सभी वर्गों के साथ-साथ महिलाओं और युवाओं को भी पूरा मौका दिया जाए। किसी भी अध्यक्ष को तीसरी बार मौका नहीं दिया जाएगा।

30 दिसंबर तक हर जिले में नया जिलाध्यक्ष

तय हुआ है कि सभी बूथ कमेटियों का गठन 5 दिसंबर तक पूरा किया जाएगा। मंडल अध्यक्षों का चुनाव 15 दिसंबर और जिला अध्यक्षों का चुनाव 30 दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा। इस बैठक में प्रदेश के

बांदा में भाजपा की लुटिया डूबो रही संगठन की सुस्ती और पदाधिकारियों की निष्क्रियता

चुनाव अधिकारी डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय, प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, महामंत्री संगठन धर्मपाल, प्रदेश सह प्रभारी संजीव चौरसिया के अलावा अन्य नेता मौजूद रहे।

इन्हें बनाया गया पर्यवेक्षक

पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रमापति राम त्रिपाठी, सरकार में मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, धर्मपाल सिंह, जेपीएस राठौर, जसवंत सैनी, सोमेंद्र तोमर, पूर्व मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा, शंकर गिरी, पूर्व क्षेत्रीय अध्यक्ष एमपी सिंह, पंकज सिंह, संजय राय, रामप्रताप सिंह, गोविंद नारायण शुक्ला, प्रियंका रावत, सुनीता दयाल, नीलम सोनकर, पूर्व सांसद पुष्पेंद्र चंदेल, सुब्रत पाठक, लल्लू सिंह समेत कई नेता पर्यवेक्षक बनाए गए हैं।

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