बांदा जेल को सुधार कार्यक्रमों के लिए ‘तिनका-तिनका’ अवार्ड
समरनीति न्यूज, बांदाः जेल में निरुद्ध बंदियों को समाज की मुख्यधारा में जोड़ते हुए सही दिशा के ले जाने को सुधार कार्यक्रमों चल रहे हैं। महिला बंदी संध्या सिंह द्वारा जेल में रहकर स्वरोजगार की दिशा में जो काम किया गया है, उसने दूसरों को भी प्रेरित किया है। बताते हैं कि महिला बंदी ने कपड़े का झोला बनाने का काम करने के साथ ही जेल में रहते हुए लेखन का काम किया। उनकी लेखनी से प्रेरित होकर समाजसेवी डा वर्तिका नंदा की संस्था ने बांदा जेल को तिनका-तिनका नेशनल अवार्ड से सम्मानित किया है। बताते चलें कि बांदा जेल में बंदियों के सुधार और उनके सामाजित जीवन को लेकर लगातार कार्यक्रम चलते रहते हैं।
बंदियों के सुधार में बेहतर काम का परिणाम
बताया जाता है कि पुरुष बंदियों द्वारा कुछ अच्छे काम शुरू किए गए हैं। बंदियों के सुधार की दिशा में कार्य ने संस्था को प्रभावित किया। इसकी जानकारी जिलाधिकारी हीरालाल ने प...