
समरनीति न्यूज, बांदा: शिक्षा व्यवस्था में शिक्षकों की लापरवाही भी एक बड़ी समस्या है। बांदा में डीएम के औचक निरीक्षण में इसकी पोल खुली तो विभाग में हड़कंप मच गया। दरअसल, डीएम श्रीमती जे.रीभा को औचक निरीक्षण में सरकारी स्कूल में 9 बजे के बाद भी ताला लटका हुआ मिला। इसके बाद डीएम ने सख्त एक्शन लिया। प्रधानाध्यापिका को सस्पेंड कर 21 कर्मचारियों का वेतन रोक दिया। यह मामला विकास खंड बड़ोखर खुर्द स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय भाग-2 (तिंदवारा) का है।
शिक्षकों की लापरवाही देखकर डीएम भी रह गईं हैरान
बताते हैं कि शुक्रवार को सुबह 9 बजे जिलाधिकारी जे. रीभा औचक निरीक्षण के लिए पहुंचीं। वहां सुबह 9:05 बजे तक विद्यालय के मुख्य द्वार पर ताला लटका रहा। बच्चे स्कूल के बाहर शिक्षकों के आने का इंतजार कर रहे थे। शिक्षकों की इस घोर लापरवाही को देखकर जिलाधिकारी श्रीमती रीभा भी हैरान रह गईं। डीएम भी बच्चों के पास ही स्कूल के बाहर खड़ी होकर शिक्षकों का इंतजार करने लगीं।
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बताया जाता है कि 9 बजकर 5 मिनट के बाद एक चतुर्थश्रेणी कर्मचारी पहुंचा। इसके बाद एक-एक करके बाकी स्टाॅफ के लोग आने लगे। डीएम ने गहरी नाराजगी जताते हुए मौके से ही प्रधानाचार्य को निलंबित कर दिया। 24 शिक्षकों एवं कर्मचारियों का 1 दिन का वेतन रोकने के आदेश दिए। निरीक्षण में जिलाधिकारी ने विद्यालय परिसर की स्वच्छता और मूलभूत सुविधाओं का भी जायजा लिया।
मुख्यालय के पास अगर यह हालात, तो दूरस्थ क्षेत्रों में..
हैंडवॉश यूनिट टूटी मिली। तत्काल मरम्मत के निर्देश दिए। डीएम जे. रीभा ने विद्यालय स्टाॅफ को चेतावनी दी कि भविष्य में दोबारा ऐसी लापरवाही मिली तो और भी कठोर कार्रवाई की जाएगी। कहा कि सरकारी स्कूलों की स्थिति सुधारना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। मुख्यालय के पास स्कूलों में यह हाल है, तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि दूरस्थ क्षेत्रों में क्या हालात होंगे। बताते चलें कि बांदा में डिजिटल अटेंडेंस का शिक्षकों द्वारा जमकर विरोध किया जा रहा है।
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