Update : पार्ट-2, बांदा- सरकारी सड़क पर माॅल संचालक का कब्जा, किसके संरक्षण में यह ‘दादागिरी’
समरनीति न्यूज, बांदा : 'समरथ को नहीं दोष गुसाईं..। बांदा शहर में रामचरित मानस की यह पंक्तियां हूबहू सटीक बैठ रही हैं। ये बात और है कि इसका आध्यमाकि अर्थ अलग है, लेकिन फिलहाल तो कथित मतलब ही साफ-साफ स्थापित हो रहा है यानि जो समर्थ है उसके सभी दोष माफ हैं।
जनमानस ने सराहा, कहा-फुटपाथ से कब्जा हटे
दरअसल, 'समरनीति न्यूज' ने शनिवार को शहर के चिल्ला रोड पर स्थित सिद्दीकी कांप्लेक्स में चल रहे माॅल, माॅय बाजार के सड़क पर कब्जे की खबर को प्रकाशित किया था।
इसे लोगों ने काफी सराहा। दरअसल, आम लोगों का कहना था कि फुटपाथों पर कब्जा रहेगा तो पैदल लोग कहां से निकलेंगे। बात भी सही है, लेकिन प्रशासन या पुलिस की ओर से इस कब्जे को हटाने की दिशा में अबतक कोई कदम नहीं उठाया गया है।
फुटपाथ पर सड़क तक जनरेटर-झंडे और गेट भी सजा
दरअसल, बांदा शहर में चिल्ला यानि कानपुर तक जाने वाली सड़क पर इंदिरानगर में सड़क के ...