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बड़ी खबरः मोदी के खिलाफ एकजुट हुए 100 से ज्यादा फिल्म निर्माता, पत्र लिखकर की बीजेपी को वोट न देने की अपील..

बड़ी खबरः मोदी के खिलाफ एकजुट हुए 100 से ज्यादा फिल्म निर्माता, पत्र लिखकर की बीजेपी को वोट न देने की अपील..

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समरनीति न्यूज, डेस्कः देश के सौ से अधिक दिग्गज फिल्म निर्माताओं ने बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। फिल्म निर्माताओं ने लोगों से अपील की है कि बीजेपी को वोट न दें। इन लोगों का मानना है कि भाजपा के शासनकाल में धु्रवीकरण और नफरत की राजनीति में बढ़ोत्तरी हुई है। प्रतिष्ठिïत अखबार द हिंदू के अनुसार लोकतंत्र बचाओ मंच के तहत देश के सौ से अधिक फिल्म निर्माता एकजुट हुए। इन फिल्म निर्माताओं में ज्यादातर स्वतंत्र फिल्म निर्माता हैं। इन लोगों ने भाजपा को वोट न देने की अपील की है। निर्माताओं ने कहा कि पूरी तरह से विफल रही है मोदी सरकार   शामिल फिल्म निर्माताओं में आनंद पटवर्धन,  गुरविंदर सिंह, सुदेवन, दीपा धनराज,पुष्पेंद्र सिंह, कबीर सिंह चौधरी, एसएस शशिधरन, देवाशीष मखीजा, अंजलि मोंटेइरो, प्रवीण मोरछले और उत्सव के निर्देशक और संपादक बीना पॉप जैसे नामी फिल्मकार भी शामिल हैं। इन लोगों का यह बयान शु...
भारत को डाक्यूमेंट्री फिल्म ‘पीरियड एंड आफ सेंटेंस’ के लिए मिला आस्कर अवार्ड, पांच फिल्मों को पीछे छोड़ा

भारत को डाक्यूमेंट्री फिल्म ‘पीरियड एंड आफ सेंटेंस’ के लिए मिला आस्कर अवार्ड, पांच फिल्मों को पीछे छोड़ा

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समरनीति न्यूज, नई दिल्लीः देश के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। भारतीय फिल्म निर्माता गुनीत मोंगा की डॉक्यूमेंट्री 'पीरियड एंड ऑफ सेंटेंस' को ऑस्कर मिला है। इस फिल्म को ब्रेस्ट 'बेस्ट डॉक्युमेंट्री शॉर्ट सब्जेक्ट' कैटेगरी में ऑस्कर मिला है। इस लाइन में पांच अन्य फिल्में भी शामिल थीं जिनको पीछे छोड़ते हुए इस फिल्म ने इतिहास रच दिया है। बताते चलें कि भारतीय फिल्म निर्माता गुनित मोंगा ने 'पीरियड एंड ऑफ संटेंस' का निर्माण किया है। गुनित ने कई और फिल्में भी बनाई हैं जिनमें मसान और लंचबॉक्स जैसे नाम शामिल हैं। यूपी के हापुड़ की लड़की पर बनी है फिल्म  यह फिल्म हापुड़ जिले के गांव काठीखेड़ा की एक लड़की पर बनाई गई है जो अपनी सहेलियों के साथ मिलकर गांव में ही सबला महिला उद्योग समिति में सेनेटरी पैड बनाने का काम शुरू करती है। यह पैड गांव की महिलाओं के साथ नारी सशक्तीकरण के लिए काम कर रही संस्था एक्शन इंडि...
मुंबई में बुंदेली प्रतिभा के झंडे गाढ़ रहे शिवा और ‘मास्साब’

मुंबई में बुंदेली प्रतिभा के झंडे गाढ़ रहे शिवा और ‘मास्साब’

Feature, Today's Top four News, समरनीति स्पेशल
समरनीति स्पेशलः    बुंदेलखंड के एक छोटे से गांव खुरहंड के रहने वाले शिवा सूर्यवंशी की लिखी कहानी और उनके अभिनय से भरी-पूरी फिल्म मास्साब रिजीलिंग से पहले ही सफलता के झंडे गाड़ रही है। फिल्म को अबतक कई अबार्ड मिल चुके हैं। इस फिल्म की प्रेरणा शिवा को बुंदेलखंड के सामाजिक परिवेश से ही मिली। इसके बाद उन्होंने फिल्म बनाने की ठानी और आखिरकार सफलता हासिल की। शिवा वर्तमान में मुम्बई में फिल्मों और रंगमंच में सक्रिय हैं। एक कलाकार के तौर पर मास्साब उनकी पहली हिन्दी फिल्म है। हालाँकि इससे पहले वह अंग्रेज़ी फिल्मों में हीरो की भूमिका निभा चुके हैं। शिवा सूर्यवंशी अभिनय के अलावा लेखन में भी रूचि रखते हैं और मास्साब उनकी खुद की लिखी कहानी है। हमने फिल्म के हीरो शिवा से बातचीत की। आइये समझते हैं पूरी कहानीः   बांदा और चित्रकूट के सुदूर ग्रामीण इलाकों में बनकर तैयार हुई है फिल्म मास...