समरनीति न्यूज, बांदा: बांदा में सड़कों के चौड़ीकरण को पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों और ठेकेदारों की भूमिका पर सवाल उठने लगे हैं। चर्चा है कि करोड़ों के बजट को 31 मार्च से पहले ठिकाने लगाने की तैयारी है। सूत्रों की माने तो शहर को सुंदर बनाने के नाम पर करोड़ों के बजट का बंदरबांट करने का काम चल रहा है। जेल रोड पर जिस तरह से बिना पोल हटाए आधा-अधूरा काम हुआ, उसी तरह संकट मोचन मंदिर रोड पर चल रहे काम को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं।
बिना विद्युत पोल-ट्रांसफार्मर हटाए आधा-अधूरा चौड़ीकरण
लोगों में चर्चा है कि शहर के जेल रोड क्षेत्र में अभी आधा-अधूरा चौड़ीकरण हुआ। चौड़ीकरण कैसा हुआ, यह किसी से छिपा नहीं है। करोड़ों का बजट किनारे लगा दिया गया। यहां तक कि सड़क
भी पूरी नहीं बनाई गई। कहीं बनाई गई तो कहीं नहीं। इतना ही नहीं बिजली के पोल और ट्रांसफार्मर बिना हटाए ही चौड़ीकरण पूरा दिखा दिया गया।
PWD के AE ने बताई बिजली विभाग की गल्ती, कहा-बजट..
इस मामले में पीडब्ल्यूडी के एई अजय कुमार का कहना है कि बिजली विभाग को पहले ही पोल हटवाने के
लिए लगभग 1 करोड़ का बजट दिया जा चुका है। बिजली विभाग ने काम ही नहीं किया। विभाग के एई अपनी मजबूरी बता रहे हैं। ठिकरा बिजली विभाग पर फोड़ा है।
संकट मोचन मंदिर वाले मार्ग पर भी यही हाल
वहीं दूसरी ओर अब संकट मोचन मंदिर वाली मुख्य सड़क पर चौड़ीकरण का काम चल रहा है। इस मार्ग पर भी बिना बिजली पोल और ट्रांसफार्मर शिफ्ट कराए ही
चौड़ीकरण का काम शुरू कर दिया गया है। सूत्रों की माने तो कुछ नेताओं के संरक्षण में विभाग के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से बड़ा खेल हो रहा है। बजट को ठिकाने लगाने की तैयारी है। शासन अगर जांच करा ले तो कई अधिकारियों की लुटिया डूबेगी।
ये भी पढ़ें: बांदा में PWD का बड़ा खेल, सड़क चौड़ीकरण के नाम पर धांधली
ये भी पढ़ें: भगवान भरोसे बांदा जलसंस्थान: चित्रकूट में बैठकर लाखों लोगों को लग्गी से पानी पिला रहे साहब