समरनीति न्यूज, बांदा: भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे रहने वाले बांदा उद्यान विभाग कार्यालय में एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ने फांसी लगाकर जान दे दी। मृतक के बेटे ने आफिस व आसपास के लोगों पर पिता के उत्पीड़न का आरोप लगाया है। मामला शहर के नवाब टैंक स्थित उद्यान विभाग कार्यालय का है। घटना को लेकर अधिकारियों और अन्य कर्मचारियों पर सवाल उठ रहे हैं।
कार्यालय के चैनल में लटकता मिला शव
घटना की जानकारी आज सुबह लोगों को उस समय हुई, जब मृतक का शव कार्यालय के चैनल से बंधे फंदे पर लटक रहा था। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। तहरीर मिलने पर रिपोर्ट दर्ज की जाएगी। जानकारी के अनुसार, गिरवां थाना क्षेत्र के सौता स्योढा गांव के रहने वाले
आसपास के लोगों ने देखा तो मचा हड़कंप
चुनूबाद के बेटे 58 वर्षीय दरवारी लाल ने नवाब टैंक स्थित उद्यान के कार्यालय में लगे चैनल में अंगौधा से फांसी लगाकर जान दे दी। आसपास के लोगों ने आज सुबह देखा तो तुरंत ही घरवालों को जानकारी दी। रोते-बिलखते परिजन वहां पहुंचे।
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तबतक पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने छानबीन के बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
मृतक के बेटे विनोद ने लगाए ये आरोप
मृतक के बड़े पुत्र विनोद का कहना है कि उनके पिता विभाग में माली पद पर तैनात थे, लेकिन उनसे चौकीदार का काम लिया जाता था। कहा कि आसपास के लोग अक्सर शराब पीकर आते थे और तरह-तरह से परेशान करते हुए धमकियां देते थे। बेटे ने कहा कि विभाग के लोग भी ड्यूटी को लेकर दबाव बनाते थे। साथ ही
पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा
मानसिक उत्पीड़न भी करते थे। कहा कि इसी से तंग आकर उनके पिता ने सुसाइड की है। मृतक अपने पीछे पत्नी सुमिंत्रा के अलावा चार बेटे, एक बेटी छोड़ गए हैं। उधर, जिला उद्यान अधिकारी राजेद्र कुमार का कहना है कि विभागीय उत्पीड़न जैसी कोई बात नहीं है। फांसी का कारण अज्ञात है और आरोप निराधार हैं।
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