

समरनीति न्यूज, बांदा: सड़कों के चौड़ीकरण को लेकर बांदा में PWD विभाग पर खूब सवाल उठ रहे हैं। अधिकारियों पर जमकर आरोप लग रहे हैं। चर्चा है कि चौड़ीकरण की आड़ में भारी-भरकम बजट का गोलमाल हो रहा है। विभाग के उच्चाधिकारी चुप्पी साधे बैठे हैं। संबंधित ठेकेदारों ने कैसा काम किया है। यह सबको दिख रहा है। सरकार की साख खराब की जा रही है। लोगों में चर्चा है कि बजट को 31 मार्च तक ठिकाने लगाने की जल्दबाजी में काम हो रहा है।
जेल रोड, संकट मोचन और पल्हरी मार्ग चौड़ीकरण को लेकर उठ रहे सवाल

बताते चलें कि बांदा में जेल और संकटमोचन मंदिर मार्ग का चौड़ीकरण चल रहा है। अधूरी तैयारियों से बजट निपटाने के लिए शुरू किया गया यह काम मानकों को पूरा किए बिना निपटाया जा रहा है। कहीं अधूरा काम हुआ है तो कहीं सड़कें उखड़ी पड़ी हैं। जेल रोड पर साढ़े 7 करोड़ के बजट का बंदरबाट हो रहा है। यह सिर्फ ढाई किमी लंबी जेल रोड की बात है।
इसलिए पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों की नियत भी शक के दायरे में..

चौड़ीकरण को लेकर PWD के अधिकारियों और ठेकेदारों की नियत पर इसलिए सवाल उठ रहे हैं क्योंकि इन मार्गों से सरकारी विद्युत पोल-ट्रांसफार्मर और दूसरी तरह के अतिक्रमण को बिना पूरी तरह हटवाए जल्दबाजी में काम कराया जा रहा है। कई जगह काम रोक दिया गया है। ऐसे में पूरी चौड़ीकरण सवालों के घेरे में है।
संबंधित खबर यहां पढ़ें: बांदा में सड़कों का चौड़ीकरण सवालों के घेरे में…PWD अधिकारियों की भूमिका पर उठ रहे सवाल
संबंधित खबर यहां पढ़ें: बांदा PWD का बड़ा खेल, सड़क चौड़ीकरण के नाम पर धांधली
संबंधित खबर यहां पढ़ें: बांदा PWD का बड़ा खेल, सड़क चौड़ीकरण के नाम पर धांधली
संबंधित खबर यहां पढ़ें: Lucknow: शासन की कार्रवाई, PWD के दो अधीक्षण और एक मुख्य अभियंता हटाए गए
