समरनीति न्यूज, बांदाः जिले में आज गुरुवार दोपहर हुई एक ह्रदयविदारक घटना में मासूम भाई-बहन की भूसे के ढेर में दम घुटने से मौत हो गई। दोनों के शव घर के आंगन में पड़े भूसे के ढेर के नीचे दबे मिले। परिवार के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है। बताया जाता है कि खेलते वक्त बच्चे भूसे के ढेर पर पहुंचे और उपर से पड़ी पन्नी के नीचे घुस गए। इसके बाद दोनों भूसा धसने के कारण उसके नीचे दब गए, बाद में उनकी तलाश की गई। दोनों का कुछ पता नहीं चला। बाद में पुलिस ने तलाश में दोनों के शव निकाले। घटना से हाहाकार मच गया। परिजन बदहवास से हो गए।
मटौंध के बजरंगपुरवा गांव में घटना
दरअसल, परिवार के लोग जब बच्चों तो तलाश रहे थे तो दोनों का कुछ पता नहीं चला। बाद में परिजनों ने पुलिस को घटना की जानकारी दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने तलाश की तो दोनों बच्चों के शव भूसे के ढेर के नीचे दबे थे। घटना से गांव में कोहराम मच गया है।
खेलते-खेलते भूसे के ढेर पर पहुंचे बच्चे
बताया जाता है कि मटौंध थाना क्षेत्र के बजरंगपुरवा गांव में रहने वाले श्रीकृष्ण चंद्र यादव के तीन बच्चे हैं। बड़ी बेटी 3 साल की श्रष्टि, डेढ़ साल का बेटा आदर्श तथा एक छह माह का बच्चा है। बताते हैं कि आज दोपहर करीब डेढ़ बजे करीब बच्चों की मां मंजू घर में छह माह के बच्चे की मालिश कर रही थी। इसी दौरान दोनों बच्चे आंगन में खेलते-खेलते घर में किनारे पड़े भूसे के ढेर के पास जा पहुंचे।
पुलिस की तलाश में हुआ घटना का खुलासा
वहां ढेर पर उपर से पन्नी पड़ी थी और पन्नी न उड़े इसके लिए लड़की रखी थी। बताते हैं कि खेलते वक्त बच्चे भूसे में घुसे और धंसने से उसके नीचे दब गए। उपर से पन्नी पड़ी होने के कारण दोनों का दब घुट गया। दोनों बाहर नहीं निकल सके। उधर, काफी देर तक बच्चे न दिखाई देने के बाद मां ने उनकी तलाश की। पिता और परिवार के दूसरे लोग भी तलाशने पहुंचे।
परिवार में मचा कोहराम, रो-रोकर बुरा हाल
आसपास मुहल्ले-पड़ोस में सभी जगह पूछा, लेकिन बच्चों का कुछ पता नहीं चला। पुलिस भी सूचना पाकर पहुंची। पुलिस ने घर के अंदर तलाशी लेते हुए भूसे के ढेर से पन्नी हटाकर देखा तो वहां एक बच्चा दिखाई दिया। बाद में भूसा हटाने पर दोनों के शव भूसे के ढेर से निकाले गए।
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बच्चों के शव देखकर परिजनों में कोहराम मच गया। किसी तरह उनको संभाला गया। दोनों बच्चों को ट्रामा सेंटर लाया गया, वहां चिकित्सकों ने उनको मृत घोषित कर दिया। परिजनों का भी कहना है कि बच्चे खेलते वक्त भूसे के ढेर में दब गए होंगे। सूचना पाकर मौके पर पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ मीणा तथा सीओ आलोक मिश्रा भी पहुंचे। अधिकारियों ने परिजनों को समझाकर शांत किया। पुलिस का कहना है कि मामले की हर स्तर से जांच की जा रही है।
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