समरनीति न्यूज, लखनऊः वायु प्रदूषण पर रोक के लिए सरकार ने सख्त संदेश देने का काम किया है। पराली जलाने वालों को रोकने में लापरवाही बरतने वालों पर तगड़ी कार्रवाई की है। जहां एक दरोगा को लाइन हाजिर कर दिया गया है। वहीं 7 लेखपालों को पराली जलाने पर रोक में नाकाम रहने पर निलंबित कर दिया गया है। वहीं कुल 178 किसानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं प्रदेश में कुल 189 किसानों को नोटिस देकर कार्रवाई के लिए तैयार रहने को कहा गया है। सरकार ने कार्रवाई के क्रम में मथुरा में दो, बुलंदशहर में एक और हरदोई में प्राविधिक सहायक समेत चार लेखपालों को निलंबित किया गया है।
प्रदेशभर में ताबड़तोड़ कार्रवाई
वहीं पीलीभीत जिले में लापरवाही पर एक दारोगा को भी लाइन हाजिर कर दिया गया है। साथ ही दर्जनों किसानों के साथ ही मकान-दुकान बनवाने वालों के साथ ही फैक्ट्री संचालकों पर भी कार्रवाई की जा रही है। गोरखपुर में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट सरनीत कौर के निर्देश पर खेत में पराली जलाने वाले 45 किसानों के खिलाफ मुकदमा हुआ है। इसी तरह सीतापुर के महमूदाबाद में 11 किसानों को नोटिसें दी गई हैं। कौशांबी जिले में सैटेलाइट सर्वे और जांच के बाद लगभग 12 किसानों पर 15000 जुर्माना की कार्रवाई हुई है।
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मीरजापुर के गोरथरा गांव में 3 किसानों को सैटेलाइट के जरिये खेत में पराली जलाते पकड़ा गया है। तीनों पर 7500 रुपए जुर्माना लगा है। बलिया में कार्रवाई हुई है। इसी तरह मऊ, कानपुर देहात, कन्नौज, औरैया, फतेहपुर, जालौन, बरेली आदि में भी किसानों पर कार्रवाई की गई है। बताते चलें कि पराली जलाने पर रोकथाम न लगने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बरेली के जिलाधिकारी और एसएसपी से सवाल-जवाब किया था। इसके अलावा शाहजहांपुर, हरदोई, मुरादाबाद में भी कार्रवाई हुई हैं।
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