समरनीति न्यूज, लखनऊ डेस्क: हम अक्सर सांप और नाग बारे में सुनते और पढ़ते रहते हैं। ये ऐसे जीव हैं जिनके बारे में सुनते ही शरीर में एक कंपन सा हो जाता है। अमूमन हम लोग सांप और नाग को लेकर जब चर्चा करते हैं तो दोनों को एक ही समझते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि सांप और नाग में बड़ा अंतर होता है।
हर नाग एक सांप है, लेकिन हर सांप नाग नहीं होता
दरअसल, सांप और नाग दोनों ही सरीसृप वर्ग के जीव हैं, लेकिन वैज्ञानिक दृष्टि से इनमें कई बड़े अंतर हैं। आम बोलचाल में लोग सांप और नाग शब्दों का एक ही अर्थ में प्रयोग करते हैं।
3000 से ज्यादा सांप की प्रजातियां, कुछ जहरीली और कुछ नहीं..
इसलिए इनके बीच के अंतर को समझना जरूरी है। हर नाग सांप होता है, लेकिन हर सांप नाग नहीं होता। जी हां, आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सांप एक व्यापक समूह है। विश्वभर में इसकी लगभग 3000 प्रजातियां पाई जाती हैं।
भारत में पाया जाने वाला नाग भारतीय कोबरा कहलाता
3000 से अधिक सांप की प्रजातियों में कुछ जहरीले होते हैं और कुछ में जहर नहीं होता है। जैसे करेत, वाइपर और नाग। वहीं नाग एक खास किस्म का जहरीला सांप होता है। भारत में पाए जाने वाले नाग को भारतीय कोबरा कहा जाता है। यह इसका वैज्ञानिक नाम है।
यह होती है नाग की खास पहचान, जो सांप से अलग
नाग की खास पहचान यह है कि वह फन फैलाता है। जब भी नाग को खतरा महसूस होता है तो वह फन फैलाकर खड़ा हो जाता है। वह अपने सिर के पीछे की हड्डियों को फैलाकर दिखाता है। नाग का जहर न्यूरोटाॅक्सिक होता है, जो तंत्रिका तंत्र पर प्रभाव डालता है।
सांप और नाग में मुख्य अंतर, जहरीले ही होते हैं कोबरा
सांप और नाग में मुख्य अंतर यह भी है कि सांप एक सामान्य श्रेणी है जिसमें विषैले और विषहीन दोनों तरह के सांप होते हैं जबकि नाग केबल जहरीला होता है, जो कोबरा जाति के सांपों को कहा जाता है। नाग एक विशिष्ट प्रजाति वाला सांप है। (खबर इंटरनेट रिपोर्ट्स पर आधारित)
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