
समरनीति न्यूज, लखनऊ: भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टालरेंस पाॅलिसी के तहत यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है। प्रदेश में भ्रष्टाचार के आरोप में चार जिला समाज कल्याण अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया गया है। लोक सेवा आयोग ने भी बर्खास्तगी को मंजूरी दे दी है। वहीं आरोपी तीन अधिकारी सेवानिवृत्त हो चुके हैं। अब उनकी पेंशन से सरकारी रकम की कटौती होगी।
मंत्री ने दिए FIR कराने के आदेश
समाज कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण ने सभी मामलों में एफआईआर कराने के भी आदेश दिए हैं। जानकारी के अनुसार, समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण की निगरानी में इन सभी अधिकारियों के खिलाफ जांच हुई थी। इसमें सभी दोषी पाए गए।
इन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई
बर्खास्त होने वाले अधिकारियों में श्रावस्ती की तत्कालीन जिला समाज कल्याण अधिकारी मीना श्रीवास्तव, मथुरा के तत्कालीन जिला समाज कल्याण अधिकारी करुणेश त्रिपाठी, हापुड़ के तत्कालीन जिला समाज कल्याण अधिकारी संजय कुमार व्यास और शाहजहांपुर के तत्कालीन जिला समाज कल्याण अधिकारी राजेश कुमार शामिल हैं। बताते हैं कि मीना श्रीवास्तव इस समय भदोही में तैनात थीं। वहीं एसके ब्यास, राजेश कुमार और करुणेश त्रिपाठी सस्पेंड चल रहे हैं।
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