समरनीति न्यूज, लखनऊः यूपी के बलिया जिले में महिला पीसीएस अधिकारी मणि मंजरी राय की आत्महत्या के मामले में पुलिस ने आज उनके ड्राईवर को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं इस मामले में नामजद आरोपी नगर पंचायत अध्यक्ष भीम गुप्ता, पूर्व ईओ संजय राव, पंचायत लिपिक के खिलाफ जांच तेज कर दी गई है। ड्राइव चंदन भी मामले में नामजद आरोपी था। बताते चलें कि बीते दिनों महिला पीसीएस अधिकारी मणि मंजरी राय का शव उनके आवास में फंदे पर लटका मिला था। कहा जा रहा है कि उन्होंने आफिस की उलझनों को लेकर सुसाइड किया था।
महिला अधिकारी का सुसाइड नोट
महिला अधिकारी ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा था जिसमें उन्होंने लिखा था कि वह मुंबई-दिल्ली से बचकर बलिया चली आईं, लेकिन यहां भी उनको रणनीति के तहत फंसाया गया। महिला अधिकारी की सुसाइड के मामले ने राजनीतिक गलियारे में भी काफी तूल पकड़ा। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने भी इस मामले में ट्वीट करते हुए प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया था।
काॅल रिकार्ड खंगाल रही है पुलिस
मामले में पुलिस सुसाइड नोट को आधार बनाते हुए महिला अधिकारी की काल रिकार्ड के जरिए मामले की तह में जाने का प्रयास कर रही है। वहीं परिजनों का आरोप है कि महिला अधिकारी पर नियमों के खिलाफ काम करने का दवाब बनाया जा रहा था। उनके परिवार के व्यक्ति का कहना है कि महिला अधिकारी मंजरी बगैर टेंडर के काम और भुगतान नहीं करना चाहती थीं, जबकि कुछ लोग उनपर इसके लिए दवाब बना रही थीं।
परिजनों ने लगाया यह आरोप
बताते हैं कि महिला अधिकारी के मामा अजीत कुमार का कहना है कि जब से वह मनियार में तैनात हुई हैं, वह लगातार खुद को उलझन में महसूस कर रही थीं। बताते हैं कि मंजरी ने करीब दो साल पहले यहां ज्वाइन किया था। मूल रूप से गाजीपुर जिले के थाना भांवर कोल की रहने वाली महिला पीसीएस अधिकारी ने बलिया में अधिशाषी अधिकारी के पद पर कार्यभार संभाला था।
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