डान-माफियाओं की जेलों में अटकी हैं सांसें, क्योंकि डर सबको लगता है…
संपादकीय डेस्कः टीवी पर आने वाले एक कोल्ड ड्रिंक कंपनी का विज्ञापन तो आपने देखा ही होगा। जिसमें एक युवक कोल्ड ड्रिंक पीते हुए कहता है "क्योंकि डर सबको लगता है।" या डर के आगे जीत है। जी, हां इसमें कोई दो राय नहीं। कई बार हम समाचारों में जब बड़े माफियाओं, अपराधियों और शूटर के दुस्साहसिक कारनामों के बारे में सुनते-पढ़ते हैं तो कुछ क्षण के लिए सोचते हैं कि वे वाकई बड़े बेखौफ हैं, न कानून का डर है और न उपर वाले का। लेकिन हकीकत में ऐसा होता नहीं है, क्यों कि यकीन मानिए, डर सबको लगता है। बस वक्त मौत का एहसास कराने वाला होना चाहिए।
मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद जेलों में बंद माफिया मुख्तार अंसारी, अतीक अहमद और ब्रजेश सिंह व बबलू श्रीवास्तव के चेहरे की रंगत उड़ी
कुछ ऐसा ही हाल आजकल यूपी के जेलों में बंद डान-माफियाओं और शूटरों का है। वजह एकदम साफ है। बागपत जेल में मुन्ना बजरंगी की हत्या के बा...