मनोज सिंह शुमाली, बांदा : बांदा में वन विभाग पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कैसा काम कर रहा है। यह जानने से पहले आप यह जान लीजिए कि इस विभाग के मुखिया यानी प्रभागीय वन अधिकारी बांदा कौन हैं? आपको बताते चलें कि कुछ महीने पहले कार्यभार ग्रहण करने वाले प्रभागीय वन अधिकारी (DFO) अरविंद कुमार पर्यावरण संरक्षण को लेकर बेहद संवेदनशील हैं।
कोलकाता में हुई प्रारंभिक शिक्षा
संभल से स्थानांतरित होकर बांदा आए डीएफओ अरविंद मूलरूप से जौनपुर जिले के रहने वाले हैं। उनकी प्रारंभिक शिक्षा कोलकाता में हुई है। इंटरमीडिएट कोलकाता से करने के बाद प्रयागराज यूनिवर्सिटी से स्नातक की पढ़ाई पूरी की। फिर सिविल सर्विसेज की तैयारी में जुट गए। उनके पिता डाक-तार विभाग में थे और भाई इस समय सीआरपीएफ में कमांडेंट हैं।
नजीवाबाद-संभल में रही पोस्टिंग
इससे पहले पश्चिमी यूपी के घने वन वाले क्षेत्र नजीवाबाद, मुरादाबाद में भी वह कार्यरत रहे हैं। बांदा में उन्होंने 4 दिसंबर 2023 को कार्यभार ग्रहण किया था। यहां पर्यावरण संरक्षण को उन्होंने चैलेंज के रूप में स्वीकारा है। उनका कहना है कि प्राथमिकता वृक्षारोपण के साथ-साथ उनको संरक्षित करना भी है। यानी पेड़ लगाने के बाद उसकी देखभाल करना जरूरी है।
वृक्षारोपण जन अभियान का शुभारंभ
बातचीत में प्रभागीय वन अधिकारी अरविंद कुमार ने बताया कि आजकल पौधरोपण की दिशा में बांदा का वनविभाग एक कदम आगे बढ़कर काम कर रहा है। बीती 20 जुलाई को पैलानी में वृक्षारोपण जन अभियान 2024 का शुभारंभ मंडल के प्रभारी मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने किया। तब से जिलाधिकारी नगेंद्र प्रताप के निर्देशन में वृक्षारोपण का सिलसिला अन्य विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ आपसी समन्वय से आगे बढ़ा रहा है।
सितंबर माह तक चलेगा वृक्षारोपण
पौधरोपण का यह काम निरंतर सितंबर माह तक चलता रहेगा। यह भी बताया कि अब सभी जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और सामाजिक संगठनों के सहयोग से पौधरोपण को कार्यक्रम के रूप में व्यापक स्तर पर कराया जाएगा। जिले में एक मित्रवन भी बनाया जाएगा। इसमें 2 हेक्टेअर में करीब 3200 पौधे लगाए जाएंगे। यह नरैनी क्षेत्र में होगा। उन्होंने जिले के लोगों से अपील की है कि वृक्षारोपण करें और वृक्षों का संरक्षण भी करें। इसमें अहम भूमिका निभाएं।
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