
समरनीति न्यूज, बांदा : बांदा में रविवार को हुई घटना ने सभी को सोचने पर मजबूर कर दिया। एक चप्पल के चक्कर में तीन युवकों की जान चली गईं। लोग घटना को भूला नहीं पा रहे हैं। तीनों परिवार के लोग गहरे सदमे में हैं। दरअसल, सबकुछ इतने चौंकाने वाले घटनाक्रम में हुआ कि कोई यकीन ही नहीं कर पा रहा है। एक चप्पल के लिए एक-एक कर तीन लोग काल के गाल में समा गए। मौके की गंभीरता को देखते हुए खुद पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल भी मौके पर पहुंचे।
यह है पूरी घटना

बांदा जिले के बिसंडा क्षेत्र के बड़ागांव में मोहनलाल पटेल का निजी कुआ है। उसमें लगी गाटर को अनिल पटेल (40) काट रहे थे। तभी उनकी एक चप्पल कुएं में गिर गई। कुआ सूखा है और खतरे की कोई बात नहीं लगी तो उसे निकालने के लिए वह रस्सी के सहारे उसमे उतर गए।

बतातें कि जैसे ही उतरे बेहोश होकर गिर पड़े। उन्हें बचाने के लिए गांव के संदीप वर्मा (21) पुत्र और बाला (25) भी कुए में एक-एक कर उतरते गए। वे दोनों भी कुए की गैस से बेहोश होकर वहीं गिर पड़े।

गांव के लोगों ने देखा तो वहां हड़कंप मच गया। एक ग्रामीण ने पहले खुद कुए में उतरकर तीनों को बाहर निकालने का प्रयास किया। लेकिन उसे कुए में थोड़ा नीचे जाते ही भारी उलझन और सांस लेने में दिक्कतें होने लगीं।

इसके बाद वह बाहर निकल आया। इसके बाद पुलिस और फायब्रिगेड के लोगों ने कुएं में उतरकर तीनों को बाहर निकाला। इसके बाद उन्हें मेडिकल कालेज पहुंचाया गया। वहां डाॅक्टरों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया। घटना से सभी हैरान हैं। लोगों का कहना है कि अनहोनी को कोई नहीं टाल सकता।
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