समरनीति न्यूज, लखनऊ/बांदा : आज सोमवार का दिन बांदा के लिए दुखद खबर लेकर आया। बुंदेलखंड के गांधी कहे जाने वाले पूर्व मंत्री जमुना प्रसाद बोस का कोरोना से लखनऊ के राममनोहर लोहिया अस्पताल में निधन हो गया। वह 94 वर्ष के थे। उनके निधन की खबर से बुंदेलखंड में शोक की लहर दौड़ गई। हर राजनीतिक दल के व्यक्ति ने अफसोस जाहिर किया। बांदा सीएमओ डा.एनडी शर्मा का कहना है कि जमुना प्रसाद जी लखनऊ में भर्ती हुए थे। उस वक्त उनकी पहली रिपोर्ट कोरोना पाॅजिटिव आई थी। इससे उनके कोरोना पाॅजिटिव होने की पुष्टि हुई थी।
लखनऊ के राम मनोहर लोहिया में थे भर्ती
बताया जाता है कि शहर के खिन्नीनाका मुहल्ला निवासी जमुना प्रसाद बोस का राजनीतिक सफर बहुत ही अहम रहा। सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के वह काफी करीब माने जाते थे। उनकी छवि बेहद ईमानदार नेता की रही।
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ईमानदार नेता के तौर पर आज भी बुंदेलखंड में उनकी मिसाल दी जाती है। बताते हैं कि हाल ही में उनको लखनऊ के डा. रामनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहां सोमवार शाम 5 बजे करीब उन्होंने अंतिम सांसें लीं।
4 बार विधायक रहे, एक बार कैबिनेट मंत्री
पूर्व मंत्री जमुना प्रसाद बोस 4 बार बांदा के विधायक रहे। वह कैबिनेट मंत्री भी रहे। उनके बेटे दिनेश बोस ने बताया कि लखनऊ में जमुना प्रसाद जी को 1 सितंबर को कोरोना होने की पुष्टि हुई थी। इसके बाद उनको 2 सिंतबर को राम मनोहर लोहिया कोविड सेंटर में भर्ती कराया गया था। वहां आज शाम 5 बजे करीब उनका निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार मंगलवार को लखनऊ में ही कोरोना प्रोटोकाल के तहत किया जाएगा।
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