समरनीति न्यूज, बांदा: बांदा जिला पंचायत में भाजपा नेता आपसी विवाद में उलझे हैं। विवाद मुद्दों से ज्यादा ‘अहम’ का है। बहरहाल, यह अलग बात है। फिलहाल एएमओ का तबादला हो चुका है। ऐसे में तहबाजारी खनिज का ठेका अभी नहीं हुआ है। इसके बावजूद बालू-गिट्टी के ट्रकों से कई जगहों पर तहबाजारी के नाम पर खुलेआम गुंडा टैक्स वसूली हो रही है, जबकि तहबाजारी का ठेका 31 मार्च को खत्म हो चुका है। नया टेंडर हुआ नहीं है। वहीं सूत्रों का कहना है कि तहबाजारी के नाम पर अब भी एक ‘बड़े’ नेताओं के संरक्षण में तहबाजारी की अवैध वसूली चल रही है।
31 मार्च को खत्म हो चुका है पुराना ठेका
सूत्रों की माने तो एक बड़े सत्ताधारी नेता के संरक्षण में जिला पंचायत तहबाजारी के नाम पर गुंडा टैक्स वसूली चल रही है। रोज लाखों की वसूली हो रही है। सूत्र बताते हैं कि ट्रकों से 300 से 400 रुपए वसूले जा रहे हैं। बताते चलें कि बीते दिनों जिला पंचायत अध्यक्ष सुनील पटेल ने इस मामले में कहा था कि उन्होंने जांच अधिकारी को पत्र लिखकर मामले में कार्रवाई को कहा है। सवाल यह उठता है कि फिर यह बड़ा नेता है कौन? क्योंकि बिना बड़ों की रजामंदी के वसूली जारी नहीं रह सकती।
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