समरनीति न्यूज, बांदा : नगर पालिका बांदा के पूर्व बर्खास्त अध्यक्ष मोहन साहू ने आज आयुक्त चित्रकूटधाम मंडल को शिकायती पत्र भेजा है। इसमें बांदा नगर पालिका द्वारा निकाली गई निविदाओं में शासनादेश के उल्लंघन/अनियमितताओं के आरोप लगाए हैं। बर्खास्त पालिकाध्यक्ष ने पत्र में लिखा है कि नगर पालिका परिषद के पत्रांक संख्या 488 निर्माण दिनांक 10/11/22 को निविदा प्रकाशित हुई है। इस मामले की चर्चा तेज हो गई है। हालांकि, दूसरी ओर यह भी कहा जा रहा है कि जिलाधिकारी की अनुमति से यह काम हो रहा है। इसलिए इसमें कोई उल्लंघन नहीं हो रहा है।
आयुक्त से की निविदाएं निरस्त करने की मांग
18 नवंबर को सुबह 10 बजे तक निविदाओं को खोला जाना है। पत्र में लिखा है कि स्पष्ट शासनादेश है कि 21 दिन से पहले 40 लाख से कम तक के टेंडर नहीं कराए जा सकते।
विधायक प्रतिनिधि ने कही यह बात
कहा है कि अधिकारी, सदर विधायक के दवाब में शासनादेश का उल्लंघन कर रहे हैं। उधर, सदर विधायक से संपर्क नहीं हो सका। विधायक प्रतिनिधि रजत सेठ का कहना है कि बर्खास्त पालिकाध्यक्ष के आरोप झूठे हैं, जो भी निविदाएं हुई हैं, वह जिलाधिकारी बांदा की अनुमति से हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व पालिकाध्यक्ष खुद बर्खास्त हो चुके हैं, इसलिए खिसियाहट में ऐसी बातें कर रहे हैं।
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