
समरनीति न्यूज, बांदा: बांदा में अधिकारियों सुस्ती किसी से छिपी नहीं है। अब सीएमओ अनिल कुमार श्रीवास्तव समेत अन्य 15 अधिकारियों की लेटलतीफी खुलकर सामने आई है। मौका था समाधान दिवस का। नवागत डीएम जे.रीभा ने सख्त एक्शन लेते हुए सीएमओ समेत सभी 15 अधिकारियों को समाधान दिवस से बाहर कर दिया। वेतन रोकते हुए स्पष्टीकरण मांगा है।
समाधान दिवस में देर से पहुंचे अधिकारी
जानकारी के अनुसार, सोमवार को समाधान दिवस में नवागत जिलाधिकारी जे.रीभा समस्याएं सुन रही थीं। पता चला कि जिलास्तरीय समाधान दिवस में अतर्रा में सीएमओ व प्रोवेशन अधिकारी
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सहित 15 अधिकारी देर से पहुंचे। वहीं जिलाधिकारी निर्धारित समय से 5 मिनट पहले पहुंच गईं। उन्होंने समाधान दिवस में आए अफसरों की उपस्थिति की जानकारी ली।
इन अधिकारियों को किया गया बाहर
मालूम चला कि आधे से ज्यादा अधिकारी नहीं पहुंचे हैं। इन अधिकारियों में सीएमओ डॉ. एके श्रीवास्तव, पीडी डीआरडीए प्रवीणानंद, डीसी मनरेगा, उपायुक्त एनआरएलएम भइयनराम, जिला प्रोबेशन अधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी अरविंद पांडेय सहित अधिशाषी अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण, पीओ डूडा अंकित वर्मा, अधिशाषी अभियंता जल निगम, विद्युत, सिंचाई, जिला उद्यान अधिकारी आदि कुल 15 अफसर शामिल रहे।
3 दिन में स्पष्टिकरण किया तलब
बाद में क्रमवार सभागार में एक-एक करके दाखिल होने लगे। इसपर डीएम ने सभी अधिकारियों को बाहर कर दिया। साथ ही इन्हें अनुपस्थित मानते हुए एक दिन का वेतन भी रोक दिया। अधिकारियों से 3 दिन के भीतर स्पष्टीकरण मांगा है। इस दौरान सभी देर से पहुंचे अधिकारी एसडीएम कार्यालय में बैठे रहे। डीएम ने सभी को चेतावनी दी कि भविष्य में ऐसी गलती फिर की तो बड़ी कार्रवाई की जाएगी। अनुपस्थित कुल 24 अधिकारियों से 3 दिन में स्पष्टीकरण तलब किया है।
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