समरनीति न्यूज, देवरियाः बिहार के मुजफ्फरपुर जैसा एक बड़ा कांड यूपी के देवरिया जिले में उजागर हुआ है। जिले के पुलिस अधीक्षक ने माँ विन्ध्वासिनी बालिका गृह के काले कारनामो का खुलासा किया है। पुलिस ने छापा मारकर इस बालिका गृह से 24 नाबालिग लड़कियों को मुक्त कराया है जबकि लापता 15 बच्चों की तलाश की जा रही है।
देवरिया पुलिस ने छापेमारी में किया बालिका गृह में कालेधंधे का खुलासा, 25 नाबालिग लड़कियों को कराया मुक्त
पुलिस ने इस पूरे बालगृह की संचालिका गिरजा त्रिपाठी व उसके पति और बेटी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि मामला मानव तस्करी से जुड़ा है और लड़कीयों को लग्जरी वाहनों से शाम को बाहर भेजा जाता था और सुबह-सुबह लड़कियां रोते हुए वापस लौटकर आती थीं। अवैध रूप से संचालित माँ विन्ध्वासिनी बालिका एनजीओ की एक बार सीबीआई जाँच भी हो चुकी है।
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जांच में इसमें कई खामियां पाई गई थीं लेकिन बाद में फिर एनजीओ को कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से चालू कर लिया गया था। हांलाकि उस समय शासन ने बालिका गृह का लाइसेंस निरस्त कर दिया था। बताते हैं कि बालिकागृह में बच्चों के साथ नौकर जैसा बर्ताव होता था। पुलिस ने देर रात पूरे मामले का खुलासा किया है।
कई सफेदपोशों, नेताओं और अधिकारी भी लपेटे में, खुलासे ने उड़ाई नींद
इस मामले ने कई सफेदपोश नेताओं और अधिकारियों की नींद भी उड़ा दी है। सूत्र बताते हैं कि बालिकागृह में हो रहे लड़कियों के शोषण में कई बड़े अधिकारी और सफेदपोश भी शामिल रहे हैं। इनके नाम-पते पुलिस को मिले हैं। जल्द ही इन लोगों पर पुलिस कार्रवाई की गांज गिर सकती है। सूत्रों की माने तो इस बालिका गृह में लड़कियों को बुरे काम में धकेला जाता था। उनके जबरन गंदा काम कराया जाता था।