समरनीति न्यूज, ब्यूरो : मध्य प्रदेश के सीधी जिले में नदी में गिरी नर्सिंग छात्र-छात्राओं की बस हादसे में मरने वालों की संख्या 47 हो गई है। रात 10 बजे तक बस से कुल 47 शव निकाले जा चुके हैं। इस मामले में सीधी के कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी ने बताया है कि 44 शवों को उनके परिजनों को सौंपा जा चुका है। वहीं 3 शव अभी शवगृह पर रखे हैं, क्योंकि उनके परिजन भी इस हादसे में मारे जा चुके हैं। परिवार के लोगों का पता नहीं लग सका है। बताते हैं कि बस में 50 से ज्यादा यात्री सवार थे। मरने वालों में 21 पुरुष, 18 महिलाएं और 1 बच्चा भी शामिल है। मौके पर बचाव कार्य रात तक जारी है। लापता लोगों को तलाश की जा रही है। वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खुद स्थिति की जानकारी लेते रहे। वहीं दो मंत्रियों को भी मौके पर भेजा।
मृतकों के परिजनों और घायलों को मिलेगा मुआवजा
इनमें ज्यादातर नर्सिंग छात्र-छात्राएं ही हैं। बताते चलें कि मंगलवार सुबह करीब साढ़े 7 बजे सीधी से सतना जा रही नर्सिंग छात्रों की एक बस रास्ते में अनियंत्रित होकर पटना पुल के पास नदी में गिर गई थी। बस में कुल 50 यात्री सवार थे। इनमें से 7 ऐसे यात्री रहे जो तैरकर नदी से बाहर आ गए। वहीं बाकी लापता हो गए थे। सूचना मिलते ही पुलिस और एनडीआरएफ टीमें मौके पर पहुंची थीं। रात तक कुल 47 शव बाहर निकाले गए। उधर, मध्यप्रदेश सरकार ने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए देने की घोषणा की है। वहीं प्रधानमंत्री रिलीफ फंड से मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए और घायलों को 50-50 हजार देने की घोषणा की गई है।
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