समरनीति न्यूज, डेस्कः कोरोना संकट से लड़ते उत्तर प्रदेश के सैंकड़ों प्रवासी मजदूर अपने घरों को लौटने की जद्दोजहद में हैं। इसी बीच एक सुखद खबर सामने आई है। यह खबर दो मायनों में खास है। एक, दो पीढ़ियों से बेटी की राह देख रहे परिवार की बहू ने लाॅकडाउन के बीच मजदूर स्पेशल ट्रेन में स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया। इस खुशी ने घर लौटने की तमाम दिक्कतों से जूझ रहे इन गरीब मजदूर परिवार के जैसे सारे दुख-दर्द ही भूला दिए। परिवार के लोग बेटी के पैदा होने से काफी खुश हैं। दूसरा, लाॅकडाउन के बीच ट्रेन में बच्ची के जन्म लेने की खबर खुद में काफी सकारात्मक संदेश देने वाली है। महिलों ने प्रसव कराने में भरपूर सहयोग दिया। चलती ट्रेन में परिवार जैसे माहौल में सफल प्रसव हुआ।
गुजरात में फंसा था यूपी का मजदूर परिवार
दरअसल, यह पूरा मामला यूपी के आजमगढ़ जिले से जुड़ा है। बताते हैं कि आजमगढ़ जिले के रेशमी नगरी मुबारकपुर में दीनानाथ के परिवार में दो पीढ़ियों बाद बेटी ने जन्म लिया है। महिला ने बीते गुरुवार को प्रवासी मजदूरों को गुजरात से लाने वाली ट्रेन में बेटी को जन्म दिया। इस बच्ची को परिवार के लोग लक्ष्मी स्वरूप मान रहे हैं। भावुक परिवार पूरे मन से बार-बार यूपी के मुख्यमंत्री को धन्यवाद कहना नहीं भूल रहा है। परिजनों का कहना है कि वे लोग पिछले डेढ़ माह से गुजरात के सूरत में फंसे थे। पैसे खत्म हो चुके थे और खाने-पीने के लाले पड़े थे। गर्भवती महिला की देख-रेख में दिक्कतें आ रही थीं।
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इसी बीच पता चला कि सीएम योगी ने यूपी के मजदूरों को वापस लाने के लिए ट्रेन की व्यवस्था की है। इस खबर ने जैसे पूरे परिवार में खुशियां बिखेर दी। आजमगढ़ जिले के मुबारकपुर थाना क्षेत्र के ओझौली गांव के रहने वाले दीनानाथ कहते हैं उनको आज भी याद है कि किस तरह पत्नी के साथ वहां दिक्कतें उठा रहे थे। बताया कि लॉकडाउन के बीच गुरुवार को सूरत से चली श्रमिक स्पेशल ट्रेन से गर्भवती पत्नी चंद्रकला को लेकर लौट रहे थे।
चिकित्सक बोले, जज्जा और बच्चा दोनों स्वस्थ
चलती ट्रेन में देर रात भूसावल के पास ट्रेन में ही चंद्रकला को प्रसव पीढ़ा हुई। कोच में बैठीं महिलाओं ने मदद का हाथ बढ़ाया और महिला की नार्मल डिलीवरी कराई। कहा कि देर शाम ट्रेन आजमगढ़ पहुंची तो अधिकारियों को जानकारी हुई। उन्होंने जज्जा-बच्चा को सीधे अस्पताल भिजवाया। वहां इलाज के बाद उनको घर भेज दिया गया। उधर, आजमगढ़ महिला चिकित्सालय की सीएमएस डा. अमिता अग्रवाल कहा है कि महिला और उनकी बेटी पूरी तरह से स्वस्थ हैं। चलती ट्रेन में महिलाओं ने समझदारी से प्रसव कराया था। वहीं बच्ची की दादी का कहना है कि दो पीढ़ियों के बाद उनके घर में लक्ष्मी ने जन्म लिया है।
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