समरनीति न्यूज, बांदाः अपने तयशुदा कार्यक्रम के अनुसार राज्यपाल आनंदीबेन पटेल आज हेलीकाप्टर से बांदा पहुंची। यहां कृषि विश्वविद्यालय के पंचम दीक्षांत समारोह में शामिल हुईं। इस मौके पर राज्यपाल आनंदीबेन ने बुंदेलखंड में फैली कुरीतियों और यहां के पिछड़पन पर प्रहार किया। राज्यपाल ने कहा कि बुंदेलखंड में काफी संभावनाएं हैं, लेकिन यहां का पिछड़ापन सिर्फ भाषणों से दूर नहीं होगा।
सरकार संग काम करें लोग
इसके लिए जरूरी है कि आम लोगों को सरकार के साथ आकर काम करना होगा। कहा कि यहां अन्ना जानवर बड़ी समस्या हैं, लेकिन इस समस्या का कारण भी किसान खुद है। जानवर दूध देना बंद कर देता है और बूढ़ा हो जाता है तो उसे अन्ना छोड़ दिया जाता है। राज्यपाल ने कहा कि बारिश की एक-एक बूंद को संजोने का प्रबंध करना होगा।
योजनाओं का क्रियान्वयन
कहा कि योजनाओं की रेवड़ी बांटने की बजाए, उनको इस इलाके में सही ढंग से क्रियांवित कराना होगा। इस मौके पर राज्यपाल ने गुजरात माडल का जिक्र भी किया। कहा कि गुजरात में एक दशक पहले तक सूखे के हालात थे और वहां की औसत बारिश यहां बुंदेलखंड से भी कम थी। इसके बाद वहां की सरकारों ने बारिश की बूंद को सहेजा और अब वहां की स्थिति ऐसी नहीं रही।
गुजरात माडल पर बोलीं
कहा कि गुजरात में हर गांव में पानी से भरा तालाब और दुधारू पशु हैं। अन्ना समस्या पर बोलते हुए राज्यपाल ने कहा कि उनके पिता के घर 60 मवेशी थे लेकिन सभी का पालनपोषण होता था। कहा कि मवेशी दूध देते हैं और बूढ़े हो जाते हैं तो उनको लावारिश छोड़ देना न्यायोचित नहीं है। राज्यपाल ने कहा कि बूढ़े मां-बाप की सेवा करने जैसा ही पशुओं की सेवा भी है।
129 मेधावियों को उपाधियों
इस मौके पर बीएससी (आनर्स) कृषि के 55 व बीएससी (आनर्स) उद्यान के 48 छात्रों को उपाधियां बांटी गईं। छह छात्रों को स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक देकर सम्मानित किया गया। इसके अलावा 26 छात्रों को मेरिट प्रमाणपत्र सौंपे गए। कृषि के आशुतोष कुमार और बीएससी उद्यान से सजील अहमद को स्वर्ण पदक, बीएससी कृषि के दीपक कुमार व बीएससी उद्यान की कंचन को रजत पदक और बीएससी कृषि के छात्र शिवम मिश्र व बीएससी उद्यान की छात्रा को कांस्य पदक से सम्मानित किया गया।