मनोज सिंह शुमाली, लखनऊ: भारत के महान वैज्ञानिक, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के पूर्व अध्यक्ष और राष्ट्रीय शिक्षा
नीति-2020 के प्रमुख शिल्पकार डॉ. कृष्णास्वामी कस्तूरीरंगन का चार दिन पहले निधन हो गया है। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार ने उनके आदर्शों से प्रेरणा लेते हुए बड़ा फैसला लिया है।
नौनिहालों के लिए प्रेरणा का स्थायी श्रोत बनाएगी सरकार
योगी सरकार ने दिवंगत डॉ. कस्तूरीरंगन को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हें नौनिहालों के लिए प्रेरणा का स्थायी श्रोत बनाने की पहल की है। योगी सरकार ने फैसला लिया है कि प्रदेश के सभी परिषदीय व कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में सुबह प्रार्थना के समय डॉ. कस्तूरी रंगन के बारे में बताया जाए।
चार दिन पहले ही हुआ डा. कृष्णास्वामी कस्तूरीरंगन का निधन
देश की महान शख्सियत डा. कस्तूरीरंगन के जीवन, वैज्ञानिक उपलब्धियों और शिक्षा में सुधार में उनके महत्वपूर्ण योगदान की जानकारी विद्यार्थियों को दी जाए। साथ ही उनका चित्र भी विद्यालयों में प्रदर्शित किया जाएगा। छात्रों को उनके जीवन मूल्यों को अपनाने के लिए प्रेरित भी किया जाए। दरअसल, डॉ. कस्तूरीरंगन ने भारत को अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर स्थापित होने में बड़ा योगदान दिया। इतना ही नहीं शिक्षा के क्षेत्र में ऐतिहासिक परिवर्तन के कार्य में भी उनकी खास उपलब्धि है। चार दिन पहले उनका निधन हो गया है।
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