समरननीति न्यूज, वाराणसीः पूर्व भारतीय हॉकी कप्तान की पत्नी परवीन शाहिद अनदेखी से आहत होकर उनके पति को मिले पद्मश्री और अर्जुन अवार्ड सरकार को वापस लौटाएंगी। पूर्व हाकी कप्तान मोहम्मद शाहिद की पत्नी परवीन शाहिद का कहना है कि सरकार शाहिद को भूल गई है और उनसे किए बड़े-बड़े वादे भी। 2016 में पूर्व हाकी कप्तान की मौत हो गई थी। तब सरकार ने बड़े-बड़े वादे किए थे लेकिन पूरे न किए जाने से पूरा परिवार निराश है।
बताते चलें कि भारतीय हॉकी टीम के कप्तान रहते हुए शाहित ने 1980 में भारतीय टीम ने मास्को ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीता था। भारतीय हाकी के इतिहास में मोहम्मद शाहित एक बड़ा नाम है। 29 अगस्त 2016 को मरणोपरांत उनको यूपी सरकार ने लक्ष्मण अवार्ड दिया था। इसी तरह उनको यश भारती अवार्ड भी मिला था। पत्नी परवीन का कहना है कि डीरेका स्टेडियम को मोहम्मद शाहिद के नाम पर रखने का वादा किया गया था। इसके साथ ही हर साल मोहम्मद शाहिद के नाम पर हॉकी टूर्नामेंट व परिवार को सुविधाएं और पेट्रोल पंप व गैस एजेंसी देने का वादा था लेकिन सरकार ने कुछ भी पूरा नहीं किया है।