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सीतापुर में आक्रामक हुए तेंदुए का चार ग्रामीणों पर हमला, खून-खच्चर

तेंदुए को पकडने के लिए घेराबंदी करती विशेषज्ञों की टीम।

सीतापुरः  रेउसा क्षेत्र के भवानीपुर गांव के पूरब गन्ने के खेत मे शुक्रवार तेंदुआ की मौजूदगी को लेकर आसपास के इलाके में सनसनी फैल गयी। घटना को संज्ञान में लेते हुये जिलाधिकारी, उपजिलाधिकारी लहरपुर, वनविभाग की टीमें तथा थानगांव, रेउसा तथा तंबौर समेत कई थानों की पुलिस,100गाड़िया, मौके पर पहुंच गयी।लखनऊ उच्चाधिकारियों के निर्देशन में वनविभाग की टीमों द्वारा सघन कॉम्बिंग की जा रही है। तेंदुवा को पकड़ने के लिये चारों तरफ से जाल बिछाकर घेराबंदी कर दी गयी है। दुधावा वाइल्ड लाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया के विशेषज्ञ कांबिंग में जुटे जानकारी के मुताबिक भवानीपुर (कलनापुर) निवासी इतवारी (40) व अशोक शुक्ल (32) शुक्रवार सुबह करीब सात बजे गांव के ही कामता प्रसाद के गन्ने व केला के खेत मे गन्ना छिलाई कर रहे थे।

तेंदुए के हमले में घायल खून से लतपथ ग्रामीण।
अचानक गन्ने के खेत से तेंदुवा निकला और गन्ना छिलाई कर रहे दोनो लोगो को पंजे मारकर जख्मी कर भाग निकला। जिले के कई थानों का पुलिस बल और सैकड़ों ग्रामीण भी साथ में तेंदुए को देखकर गन्ना छील रहे दोनो लोग अत्यंत भयभीत हो गये तथा मदद के लिए शोर मचाया।शोरगुल सुनकर करीब के भवानीपुर तथा कलनापुर के कई दर्जन ग्रामीण भी मौके पर पहुंच गये। घायल इतवारी एवम अशोक ने बताया कि जानवर के शरीर पर काली धारियां बनी हुयीं थीं। पंजे लगने से दोनों लोग घायल हो गये, जिन्हें उपचार हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र तंबौर ले जाया गया। आलाअधिकारी एवम वनविभाग की टीमों द्वारा  सघन कॉम्बिंग/घेरा वन्दी करके तेंदुवे को पकड़ने का प्रयास कर ही रहे थे।कि तेंदुए ने अपने को चारों तरफ से घिरा देख एक बार गन्ने से निकलकर जोर की छलांग लगाकर सकरन थाने के सिपाही विनोद कुमार,बन बिभाग बिसवा के बन रेंजर यू/सी राय बाल जख्मी होने से बच गए। इस दौरान पंडवानी गांव के प्रमोद,गुड्डू शर्मा,को पंजे मारकर जख्मी कर,फिर से  गन्ने के खेत मे घुस गया। तेंदुए को पकड़ने के लिए वन विभाग के विशेषज्ञों का दल लगा हुआ था। रात को जनरेटर से कांबिंग का प्रयास रहा था

तेंदुए को पकड़कर दुधवा ले जाने की तैयारी में है टीम 

तेंदुए को तलाशती विशेषज्ञों की टीम।

तेंदुए की तलाश में विशेषज्ञों की टीम पूरे दिन-रात जंगल की खाक छानती रही। दूसरी ओर लोगों में इसे लेकर दहशत फैलती जा रही है। दुधवा वर्ल्ड लाइव ट्रस्ट ऑफ इंडिया के विशेषज्ञों का कहना है कि किसी तरह तेंदुआ को ट्रेंकुलाइज कर लिया जाएगा। इसके बाद उसे दुधवा भेज दिया जाएगा। इसके लिए रात में भी अभियान चलाया जा रहा है। तेंदुआ को किसी तरह काबू करने का प्रयास किया जा रहा है क्योंकि अगर सर्च ऑपरेशन में ढील दी गई तो तेंदुआ खेत से निकलकर अन्य स्थानों पर जा सकता है। अगर ऐसा हो जाता है तो लोगों के लिए मुसीबत खड़ी हो सकती हैं। डीएफओ सीतापुर अनिरुद्ध पांडे ने बताया है कि विशेषज्ञों का दल तेंदुआ को किसी तरह ट्रेंकुलाइज करने का प्रयास में है इसके लिए खेत की चारों तरफ से घेराबंदी कर दी गई है । स्पेशलिस्ट ट्रेंकुलाइज करने के प्रयास में लगे हुए हैं।