समरनीति न्यूज, बांदा : बांदा में बाढ़ जैसे हालात हैं। बांदा की जीवनदायिनी केन नदी खतरे के लाल निशान 102 मीटर से लगभग ढाई मीटर ऊपर 106.58 मी. पर बह रही है। यानी खतरे के निशान 102 मीटर से लगभग ढाई मी. ऊपर।
निरीक्षण करेंगे जलशक्ति मंत्री रामकेश निषाद
भूरागढ़ के आसपास और अन्य केन तटीय क्षेत्र डूब गए हैं। सिंचाई विभाग के अधिकारी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। मंत्री रामकेष निषाद निरीक्षण करने पहुंच रहे हैं।
प्रशासन हालात को लेकर पूरी तरह अलर्ट
नदी के आसपास के गांवों में पानी पहुंच गया है। प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है। बचाव कार्य चल रहा है। हालांकि, चिंता की कोई बात नहीं है। वहीं जलशक्ति विभाग के राज्यमंत्री रामकेष निषाद भी आज बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने बांदा पहुंच रहे हैं।
छोटी-मोटी दुकानें डूबीं, आरती स्थल भी जलमग्न
बांदा के भूरागढ़ पुल के पास बांदा की ओर के नदी किनारे के इलाके काफी हद तक डूब गए हैं। वहां बनी छोटी-मोटी चाय की दुकानें भी डूब गई हैं। लोगों का आवागमन बंद हो गया है। केन आरती स्थल भी जलमग्न हो गया है।
सिंचाई विभाग के अधिशाषी अभियंता ने कहा..
सिंचाई विभाग के अधिशाषी अभियंता अरविंद कुमार पांडे ने बताया कि आज दोपहर करीब 12 बजे से केन नदी का जलस्तर (पढ़ना जारी रखें..)
अब घटना शुरू हो गया है। धीरे-धीरे पानी कम हो रहा है। स्थिति पर नजर रखी जा रही है। उन्होंने
कहा कि उम्मीद है कि अब केन नदी का जलस्तर घट जाएगा। स्थिति जल्द ही सामान्य हो जाएगी। विभाग पूरी तरह से अलर्ट है।
जलसंस्थान के जीएम ने कही यह बात..
उधर, जलसंस्थान के महाप्रबंधक पुरुषोत्तम कुमार ने बताया कि नदी में जलस्तर बढ़ने से पानी में मटैलापन बढ़ गया है। उसे साफ करने की प्रक्रिया अपनाई जा रही है। पेयजल आपूर्ति में लोगों को कोई दिक्त नहीं होने दी जाएगी।
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