समरनीति न्यूज, बांदा : भारतीय किसान मजदूर महासंघ के आह्वान पर बुंदेलखंड किसान यूनियन के बैनर तले शहर में अशोकलाट चौराहे पर किसानों ने महापंचायत की। इसमें कृषि कानूनों का विरोध किया गया। किसानों ने एक स्वर में कहा कि कृषि कानून स्वीकार नहीं किए जाएंगे। संयुक्त किसान मजदूर महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवकुमार कक्का ने कहा कि देश के पूंजीपतियों के आगे केंद्र सरकार नतमस्तक है।
किसानों ने एकजुटता से रखी अपनी बात
किसान नेता मंजीत सिंह राय (पंजाब) ने कहा कि देश का किसान सरकार के आगे झुकने वाला नहीं है। हर हाल में तीनों कृषि कानून को सरकार को वापस लेना पड़ेगा।
हरियाणा से किसान नेता अभिमन्यु कौहार व संदीप डिग्गे (महाराष्ट्र) ने कहा कि सिर्फ पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए केंद्र सरकार ने कृषि कानून बनाया है। किसान नेता केपी सिंह (पलवल) ने किसानों से एकजुट होकर कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन जारी रखने को कहा।
बुंदेलखंड किसान यूनियन राष्ट्रीय अध्यक्ष विमल शर्मा ने भरोसा दिलाया कि कृषि कानून के खिलाफ बुंदेली किसान कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन में साथ देंगे। किसान नेता विदुआ (झांसी) और राहुल राज (भोपाल) ने भी किसानों की बात को मजबूती से उठाया। इस मौके पर श्रवण कुमार, प्रहलाद करवरिया, पप्पू पुरैनिया, राधारमण वाजपेयी, अखिलेश रावत, राकेश साहू, दिनेश निरंजन, बालाजी, किरन पाठक, ज्योति शुक्ला, अनूपा सिंह, चंद्रकली राजपूत समेत तमाम किसान उपस्थित रहे।
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