मनोज सिंह शुमाली, चुनावी डेस्क (लखनऊ) : देश की धार्मिक राजधानी कहे जाने वाल वाराणसी इस समय राजनीतिक कारणों से बेहद सुर्खियों में है। लोकसभा चुनाव 2024 के सातवें और अंतिम चरण में 1 जून को यहां मतदान है। यहां से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव तीसरी बार लोकसभा-2024 का चुनाव लड़ रहे हैं। बदले राजनीतिक समीकरणों के बीच भाजपा के लिए इस सीट पर निषाद समाज काफी अहम है। खासकर वाराणसी की तीन विधानसभा सीटों पर इनकी अहमियत बढ़ गई है। बताया जाता है कि वाराणसी की 8 विधानसभाओं में करीब डेढ़ लाख निषाद समाज के लोग रहते हैं।
BJP ने मंत्री रामकेश निषाद को इसलिए सौंपी खास जिम्मेदारी..
जानकारों की माने तो काशी के विधानसभा क्षेत्र शहर दक्षिणी, उत्तरी व रोहनियां में निषाद समाज के वोटर निर्णायक की भूमिका में रहते हैं। यही वजह है कि भाजपा ने अपनी पार्टी के सुलझे हुए मंत्री रामकेश निषाद को यहां बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। गंभीर व्यक्तित्व वाले रामकेश बीते कई सप्ताह से काशी में डेरा जमाए हैं।
दरअसल, भारतीय जनता पार्टी 2024 के लोकसभा चुनाव में श्रीराम जन्मभूमि ही नहीं, बल्कि भगवान राम, लक्ष्मण और मईया सीता को गंगा पार कराने वाले केवट समाज को लेकर भी गंभीर है।
जहां नदी, वहां निषाद समाज, यूपी की सवा सौ सीटों पर असर..
इसमें शक नहीं है कि जहां भी नदी है वहां निषाद समाज के मल्लाह, माझी, निषाद, केवटों का बड़ी संख्या में निवास होता है। इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए भाजपा ने यूपी के राज्यमंत्री रामकेश निषाद को अबकी बार पूरे प्रदेश में भरपूर ढंग से मैदान में उतारा।
बैठकों और जनसंपर्क से समाज के लोगों के बीच घुल-मिल रहे..
बीते कई दिनों से रामकेश निषाद समाज के बीच जाकर बैठकें कर रहे हैं। उन्हें बता रहे हैं कि कैसे मोदी सरकार में उनका भविष्य सुरक्षित है। बीते दो दिनों में मंत्री रामकेश निषाद ने काशी के रानीपुर में चुनावी बैठकें कीं। कार्यकर्ताओं से प्रत्येक बूथ पर राष्ट्रवाद का कमल खिलाने का आह्वान किया।
जिम्मेदारी समझते हुए मेहनत करने में नहीं छोड़ रहे कोई कोर-कसर
साथ ही रानीपुर के अलावा माधोपुर में केवटों से भाजपा के पक्ष में रिकॉर्ड मतदान की अपील की। इसके अलावा उन्होंने वाराणसी दक्षिणी विधानसभा के मंडल काशी विश्वनाथ के अंतर्गत प्रहलाद घाट, तेलिया नाला घाट, सक्का घाट, नया घाट और मुकीनगंज में भी जनसंपर्क किया।
पद यात्रा कर लोगों से घर-घर जाकर मिले। यह सिलसिला बीते कई सप्ताह से जारी है। मंत्री रामकेश पार्टी से मिली इस अहम जिम्मेदारी की गंभीरता को समझ रहे हैं। इसलिए वह मेहनत में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रहे हैं। दरअसल, पूरे उत्तर प्रदेश में निषाद समाज का लगभग 15 प्रतिशत वोट बैंक है। ऐसे में निषाद समाज यूपी की लगभग सवा सौ सीटों पर अपना असर डालता है।
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