
समरनीति न्यूज, बांदा : बांदा जिले के सिकहुला गांव में पानी लेने को लेकर हुए विवाद में एक दलित महिला से मारपीट की घटना तूल पकड़ रही है। मामले की रिपोर्ट जसपुरा थाने में दर्ज है, लेकिन सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के संज्ञान लेने के बाद सपा का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को पीड़ित दलित महिला और उनसे परिवार से मिला। यह प्रतिनिधि मडंल जसपुरा के सिकहुला गांव पहुंचा। पीड़ित परिजनों से मिलकर घटना की वास्तिवकता जानी। सपा के पदाधिकारी बड़ी संख्या में मौजूद रहे।
जसपुरा के सिकहुला गांव की यह है पूरी घटना
जसपुरा थाना क्षेत्र के सिकहुला गांव की सीता देवी पत्नी पुत्तू सोनकर अपने खेत में धान रोपाई कर रही थीं। बताते हैं कि दोपहर में प्यास लगने पर पास के राजेंद्र सिंह उर्फ बड़ेलाला के निजी ट्यूबवेल में पानी पीने चली गईं। बताते हैं कि वहां वह (खबर पढ़ना जारी रखें..)
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ट्यूबवेल की चरही पर रखा लोटा उठाकर पानी लेने को आगे बढ़ीं। तभी राजेंद्र और उसका बेटा जितेंद्र उर्फ बउवा ने उससे लौटा उठाने को लेकर अभद्रता कर दी। महिला का आरोप है कि उन्हें जातिगत अपशब्द कहे। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
सपा नेताओं ने पीड़ित परिजनों से मुलाकात की
उधर, पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देशों पर सपा प्रदेश अध्यक्ष श्यामलाल ने पांच सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल का गठन किया। इसी प्रतिनिधि मंडल ने बुधवार को मौके पर पहुंचकर पीड़ित परिजनों से हकीकत जानी। प्रतिनिधि मंडल में राष्ट्रीय महासचिव विशंभर प्रसाद निषाद, डॉ. रागनी सोनकर विधायक मछली शहर, प्रमोद निषाद आदि मौजूद रहे। इसके अलावा हमीरपुर, महोबा, कानपुर देहात के साथ-साथ प्रदेश के कई जिलों के पदाधिकारी भी रहे। राष्ट्रीय महासचिव का कहना है कि पीड़ितों से जो बातचीत हुई है, उससे राष्ट्रीय अध्यक्ष को अवगत कराया जाएगा।
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