

समरनीति न्यूज, बांदा: बांदा में निजी स्कूलों की मनमानी और अनियमितता किसी से छिपी नहीं है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने निजी स्कूलों में चल रही इन्हीं अनियमितताओं के खिलाफ जिलाधिकारी जे.रीभा को ज्ञापन दिया है। एबीवीपी ने सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड से जुड़े स्कूलों में शिक्षा के व्यवसायीकरण की बात उठाई है।
कमीशनखोरी के चक्कर में प्राइवेट पब्लिकेशन की किताबें
एबीवीपी के लोगों ने बांदा के निजी स्कूलों में अलग-अलग कंपनियों से प्रकाशित किताबें और पाठ्यक्रम चलाए जाने की जानकारी दी। कहा कि कमीशनखोरी के लिए स्कूल अलग-अलग प्राइवेट पब्लिकेशन की किताबें चला रहे हैं। साथ ही स्कूल के शिक्षकों द्वारा कोचिंग का दवाब बनाने की शिकायत की है। एबीवीपी ने फीस निर्धारण के मानकों पर भी सवाल उठाए हैं।
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डीएम को ज्ञापन में कहा है कि स्कूलों की किताबें कुछ चुनिंदा दुकानों तक सीमित रहती हैं। निजी स्कूल सरकार के शिक्षा का अधिकार (RTE) के तहत मुफ्त शिक्षा का प्रावधान लागू नहीं कर रहे हैं। स्कूल हर साल नया बढ़ा हुआ प्रवेश शुल्क ले रहे हैं। एबीवीपी की ओर से कहा गया है कि प्रशासन एक सप्ताह में इन स्कूलों के खिलाफ एक्शन ले। अन्यथा वह आंदोलन करेंगे।
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