समरनीति न्यूज, कानपुरः देशभर में चर्चित हुए किडनी कांड का खुलासा करने वाली महिला संगीता देवी को लेकर रहस्य गहराता जा रहा है। प्रथम दृष्टया यह बात सामने आ रही है कि उसकी मौत सामान्य नहीं, बल्कि संदिग्ध हालात में हुई थी। ऐसे में इस मामले में शुरू से चल रही पुलिस की कहानी पूरी तरह से फेल साबित हुई है। बताते चलें कि बीती 6 अक्तूबर को संदिग्ध परिस्थितियों में किडनी कांड का खुलासा करने वाली साकेतनगर की रहने वाली महिला संगीता देवी की संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी।
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उनके पति राजेश कश्यप का आरोप है कि उनकी पत्नी की मौत किडनी कांड का मुकदमा वापस लेने को लेकर को लेकर घर आकर धमकियों का परिणाम है। पति राजेश कश्यप की तहरीर पर किदवई नगर पुलिस ने नजीराबाद स्थित हिंदू कब्रिस्तान से रविवार सुबह संगीता का शव निकाला और उसे पोस्टमार्टम के लिए भेजा। एसीएम प्रथम आरपी वर्मा और किदवई नगर इंस्पेक्टर राजेश पाठक की निगरानी में पूरी प्रक्रिया हुई।
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बताते हैं कि सुनीता के शव का पोस्टमार्टम डाक्टरों के पैनल ने किया। इसकी पूरी वीडियोग्राफी हुई। सीएमओ डा आरपी तिवारी के निर्देशन में डाक्टर नीलेश कुमार, डा अतुल सचान के पैनल ने संगीता का पोस्टमार्टम किया। खास बात यह है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में संगीता के आठ माह की गर्भवती होने की पुष्टि हुई है।
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