समरनीति न्यूज, लखनऊ/सीतापुरः राजधानी लखनऊ से सटे सीतापुर जिले में मिश्रिख थाना क्षेत्र में पुलिस ने अनुपम दुबे नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। उस पर आरोप है कि वह 1 सीओ समेत 8 पुलिस कर्मियों की हत्या के आरोपी विकास दुबे को संरक्षण देता रहा है। बताते चलें कि विकास दुबे की पुलिस पूरी सरगर्मी से तलाश कर रही है। बताते हैं कि सीतापुर-हरदोई मार्ग पर रविवार दोपहर चेकिंग के वक्त पुलिस ने उसे पकड़ा। हालांकि, बाद में पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कोई सबूत न मिलने के बाद उनको छोड़ दिया गया है।
धारा-144 उल्लंघन का मामला दर्ज
फर्रुखाबाद के रहने वाले और हरदोई की सवाइजपुर सीट से पूर्व बसपा प्रत्याशी अनुपम दुबे को लंबी पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया। उनको आज सोमवार सुबह ही छोड़ा गया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अनुपम दुबे का विकास दुबे से कोई संबंध नहीं निकले हैं, लेकिन उनके खिलाफ धारा 144 उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस ने की अनुपम से लंबी पूछताछ
इस मामले में सीओ मिश्रिख अभय कुमार मल्ल ने बताया है कि अनुपम दुबे की जांच पड़ताल हुई है। उनको संदेह ते आधार पर रोका गया था। उनका विकास दुबे से कोई लिंक नहीं मिला है, लेकिन उनके खिलाफ धारा 144 के उल्लंघन और महामारी एक्ट के उल्लंघन का मामला लिखा गया है। उनको निजी मुचलके पर छोड़ दिया गया है। पुलिस ने बताया कि जो असलहे उनके पास थे, सभी लाइसेंस युक्त थे।
दो संदिग्धों वाहनों पर सवार थे सभी
बताया जाता है कि नैमिषारण्य में गोमती नदी पुल पर पुलिस ने दो संदिग्ध वाहनों को रोका। वाहन में सवार 12 संदिग्ध लोगों को पकड़ा। इन्हीं 12 में एक फर्रुखाबाद के फतेहगढ़ का रहने वाला अनुपम दुबे है जो कि बसपा नेता भी है। बताते हैं कि उनके पास से 9 अवैध असलहे, कारतूस पकड़े गए हैं। पुलिस उस सभी को थाने ले गई। वहां उनसे पूछताछ की गई। सीतापुर के अपर पुलिस अधीक्षक (दक्षिणी) अभिषेक पांडेय भी वहां पहुंचे। हालांकि, पुलिस ने ज्यादा कुछ बताने से इंकार किया है।
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