समरनीति न्यूज, लखनऊ : उत्तर प्रदेश में 18वीं विधानसभा के गठन के लिए जारी चुनावों का सोमवार 7 मार्च को अंतिम चरण है। इस आखिरी चरण में पूर्वांचल के 9 जिलों में 54 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। इन जिलों में वाराणसी, जौनपुर, चंदौली, संत रविदास नगर (भदोही), गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, मिर्जापुर और सोनभद्र जिले हैं। बताते चलें कि पूर्वांचल में शुरू से ही सपा और बसपा का बोलबाला रहा है। भाजपा ने 2017 में पूर्वांचल के गढ़ कहे जाने वाले वाराणसी जिले की 8 में से 7 सीटों पर कब्जा किया था।
2017 में लहर में भी बीजेपी नहीं खिला सकी थी कमल
मगर पड़ोस के जिले आजमगढ़ की 10 विधानसभा सीटों में भाजपा को मात्र 1 सीट फूलपुर पवई पर ही जीत मिली थी। यहां सपा का कितना दबदबा है। इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 2017 में बीजेपी की लहर में भी आजमगढ़ की पांच सीटों पर सपा जीती थी। बाकी 4 सीटें बसपा ने जीत दर्ज कराई थी। इतना नहीं फिर 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में भी सपा का वर्चस्व रहा था। अब देखना है कि सोमवार 7 मार्च को होने वाले अंतिम चरण में जनता किसके सिर पर जीत का सेहरा बांधती है।
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