
समरनीति न्यूज, बांदा : बुंदेलखंड के बांदा में प्रत्याशियों का खनन से भरा खजाना खर्च होने वाला है। खनिज संपदा का वारा-न्यारा करने वाले नेता अपनी इसी कमाई को चुनावों में खर्च करेंगे। सूत्रों की माने तो यह कोई एक दल की बात नहीं है, बल्कि कई राजनीतिक पार्टियों के नेता परोक्ष या अपरोक्ष रूप से खनन से जुड़े हैं। बांदा की चार सीटों समेत बाकी लगभग 1 दर्जन सीटों पर यही हाल है।
खनन कारोबारियों के दखल से इंकार नहीं
चर्चा तो यहां तक है कि कुछ नेताओं ने टिकट के लिए दिल खोलकर इसी खजाने से खर्च भी किया है। दरअसल, सूत्र बताते हैं कि बीते कई दशक से बुंदेलखंड के चुनावों में बालू या पहाड़ खनन के कारोबारियों का दखल बना हुआ है। कई कारोबारी राजनीति की फ्रंट लाइन पर खेल रहे हैं तो कुछ जगह बनाने की तैयारी में हैं।
ये भी पढ़ें : यूपी चुनाव 2022 : पति का टिकट कटा तो भड़कीं अदिति, बोलीं-प्रियंका गांधी बिन बाप की बेटी को..
कुछ प्रत्याशियों को पीछे से सपोर्ट करके अपने धंधे में दिन दोगुनी और रात चौगुनी तरक्की कर रहे हैं। बता दें कि इस बार चुनाव आयोग ने कुल 40 लाख रुपए खर्च की अधिकतम सीमा तय कर दी है। हालांकि, प्रत्याशी इससे ज्यादा की रकम लुटाएंगे। सूत्रों के हवाले से कहा तो यहां तक जा रहा है कि पड़ोसी मध्य प्रदेश में होने वाले खनन का पैसा भी यूपी के बुंदेलखंड में होने वाले चुनावों में खपेगा।
ये भी पढ़ें : बांदा में पुलिस ने बोलेरो में साढ़े 7 लाख की नगदी पकड़ी, पूछताछ जारी-खदान की..