समरनीतिन्यूज, लखनऊ : यूपी उप चुनाव में मंगलवार को साफ हो गया कि सपा और कांग्रेस दोनों मिलकर उप चुनाव लड़ेंगे। दोनों दलों में तीन सीटें कांग्रेस को मिलने के बाद समझौते को लेकर पिक्चर साफ हो गई है। इसके साथ ही भाजपा में इससे हड़कंप सा मच गया। यही वजह रही कि मंगलवार को भी बीजेपी अपने उम्मीदवारों की सूची जारी नहीं कर सकी। मंगलवार को दोनों डिप्टी सीएम को दिल्ली बुलाया गया है। देर तक मंथन चला है। माना जा रहा है कि आज बुधवार को भाजपा अपने प्रत्याशियों की सूची जारी कर सकती है।
सपा-कांग्रेस में समझौते के बाद बदले समीकरण
पार्टी सूत्रों की माने तो यूपी में होने वाले विधानसभा उप चुनाव में भाजपा के उम्मीदवारों की सूची में मंगलवार को फिर पेंच फंस गया। यह पेंच सपा और कांग्रेस के बीच मिलकर उप चुनाव लड़ने से फंसा। यही वजह है कि बीजेपी की प्रत्याशियों की सूची मंगलवार को भी जारी नहीं हो सकी।
फूलपुर सीट को लेकर सबसे ज्यादा रस्साकसी
पार्टी से जुड़े लोगों का कहना है कि फूलपुर सीट पर सपा-कांग्रेस के बीच समझौते से बदले समीकरण इसकी वजह हैं। सूत्रों की माने तो सपा ने इस सीट पर मुस्लिम प्रत्याशी को उतारा था, लेकिन अब यह सीट कांग्रेस के पास जाने की चर्चा है।
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तय है कि कांग्रेस प्रत्याशी बदलकर उतार सकती है। ऐसे में भाजपा को भी इस सीट पर अपने प्रत्याशी पर पुनर्विचार करना होगा। यही वजह है कि मंगलवार को भाजपा ने अपने उम्मीदवारों की सूची जारी नहीं की।
देर रात तक चले मंथन के बाद लिस्ट फाइनल
विपक्ष के बदले समीकरणों के कारण ही दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक मंगलवार को दिल्ली बुलाए गए। सूत्रों का कहना है कि दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने यूपी के दोनों डिप्टी सीएम और प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी के साथ देर रात तक गहन चर्चा के बाद सूची को अंतिम रूप दिया है। पार्टी आज उम्मीदवारों की सूची जारी कर सकती है।
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