समरनीति न्यूज, लखनऊः पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। सरकारी बंगला छोड़ने से पहले उसमें की गई तोड़फोड़ को लेकर एक बार फिर उनको दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। सूत्र बताते हैं कि दरअसल, सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर चार विक्रमादित्य मार्ग स्थित सरकारी बंगले को अखिलेश यादव द्वारा खाली करते समय हुई तोड़फोड़ में लगभग 10 रुपए का नुकसान होने का आंकलन किया गया है। बुधवार को राज्य संपत्ति अधिकारी को सौंपी गई 266 पेज वाली जांच रिपोर्ट में अधिकतर नुकसान टाइल्स टूटने व टोटी और पाइप के गायब होने का ही दिखाया गया है।
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बताते चलें कि इस मामले में कुछ समय पहले प्रदेश की राजनीति को काफी गरमा दिया था। हांलाकि अखिलेश यादव इस मामले में खुद को बेकसूर बताते रहे हैं लेकिन भाजपा उनको घेरने का कोई मौका हाथ से नहीं जाने देना चाहती है। इस मामले में बाद में नुकसान का आंकलन करने के लिए लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों की पांच सदस्यीय टीम को लगाया गया था। बताया जा रहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को आवंटित इस बंगले में हुए नुकसान की नियमानुसार रिकवरी की जाएगी। एक बार फिर यह मामला अब तूल पकड़ सकता है।