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महिला आयोग की सदस्या बोलीं, रेप के मामलों में कार्रवाई नहीं बल्कि समझौता कराने में जुट जाती है पुलिस

महिलाओं की समस्याएं सुनतीं महिला आयोग की सदस्या प्रभा गुप्ता।

समरनीति न्यूज, बांदाः दुष्कर्म जैसे गंभीर मामलों में भी पुलिस संवेदनशील रवैया अख्तियार नहीं करती है बल्कि दोषी पर कार्रवाई की बजाय मामले में समझौता कराने में जुट जाती है। ये कहना है कि राज्य महिला आयोग की सदस्या प्रभा गुप्ता का। बुधवार को उन्होंने बांदा सर्किट हाउस में जनसुनवाई की।

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उन्होंने कहा है कि जिले में अलग-अलग जगहों से महिला उत्पीड़न की लगभग 20 शिकायतें आईं। इनमें से चार रेप के मामले थे। कहा कि पीड़िताओं का कहना था कि पुलिस ने उनकी रिपोर्ट नहीं लिखी। बल्कि मामले में समझौते के लिए दवाब बनाना शुरू कर दिया। श्रीमति गुप्ता ने अधिकारियों से कहा कि महिला उत्पीड़न के मामले को गंभीरता से लें।

पुलिस अधिकारियों को दी लापरवाही न बरतने की हिदायत 

साथ ही महिलाओं को न्याय दिलाने में हीलाहवाली न बरतें। सदस्या ने कहा कि जिले में महिलाओं के प्रति पुलिस की हीलाहवाली की रिपोर्ट वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व आयोग अध्यक्ष को भेजेंगी। जनसुनवाई के दौरान एसडीएम सदर थमीम अंसरिया, सीओ राजीव सिंह, जिला प्रोबेशन अधिकारी संजय व अन्य लोग मौजूद रहे।