समरनीति न्यूज, लखनऊ/बांदाः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बांदा दौरे के कार्यक्रम में अंतिम क्षणों में हुए बदलाव के चलते वह दोपहर 2 बजे करीब तिंदवारी पहुंचे। सत्यनारायण इंटर कॉलेज के मैदान में उनका हेलीकाप्टर उतरा और वहां भाजपा नेताओं ने उनका स्वागत किया। कालेज मैदान में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा सलामी भी ली गई वहां से सीएम सीधे कान्हा पशु आश्रय केंद्र पहुंचे।
मंडल के अफसरों संग समीक्षा की
वहां गायों को गुड़ खिलाया और व्यवस्थाएं देखीं। हालांकि, सीएम व्यवस्थाओं को लेकर बहुत संतुष्ट नजर नहीं आए। सूत्रों की माने तो सीएम योगी बांदा मंडल में नाखुश से दिखाई दिए। योजनाओं की स्थिति के अलावा गौशालाओं की स्थिति ने उनको परेशान किया। सूत्र बताते हैं कि सरकार के बड़े प्रयासों के बावजूद जमीनी धरातल पर हकीकत नजर नहीं आई।
इसके बाद मुख्यमंत्री ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तिंदवारी का निरीक्षण कर विकासखंड कार्यालय का निरीक्षण किया। उपस्थित 6 स्वयं सहायता समूहों को चार पहिया वाहन की चाबी सौंपी। महिला सदस्यों को सम्मानित किया। स्वच्छता प्रदर्शनी तथा इफको की तरफ से किसानों के लिए उन्नत किस्म के बीजों की प्रदर्शनी का निरीक्षण किया।
इस दौरान हमीरपुर लोक सभा सांसद पुष्पेंद्र सिंह चंदेल, क्षेत्रीय विधायक बृजेश प्रजापति, भाजपा जिला अध्यक्ष लवलेश सिंह, पूर्व जिला अध्यक्ष राजेश द्विवेदी, महिला आयोग सदस्य प्रभा गुप्ता, भाजपा जिला उपाध्यक्ष धीरेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे। इसके बाद हेलीपैड जाने की बजाए सीएम योगी सीधे सड़क मार्ग से बांदा के लिए रवाना हुए।
सड़क मार्ग से होकर आए बांदा
हालांकि, सड़क मार्ग से सीएम योगी के रवाना होने को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों के दिलों की धड़कनें बढ़ गईं। इसकी वजह थी कि सड़कों की खस्ता हालत कहीं उनपर कार्रवाई की गाज न गिरा दे। इसके बाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय पहुंचे सीएम योगी ने ने चित्रकूटधाम मंडल के विकास कार्यों और कानून व्यवस्था की समीक्षा की। इस दौरान विकास कार्यों में लापरवाही पाए जाने पर अफसरों की जमकर क्लास ली। नसीहत दी कि अपने दायित्वों को जिम्मेदारी से निभाएं।
कानून व्यवस्था की भी समीक्षा की
अन्यथा की स्थिति में कार्रवाई को तैयार रहें। कहा कि कान्हा गौशालाओं को दुरुस्त करते हुए गौवंश को संरक्षित किया जाए। इसके लिए उन्होंने एक करोड़ 20 लाख रुपए की धनराशि अवमुक्त होने के बावजूद कार्य में प्रगति न होने पर नाराजगी जाहिर की। कानून व्यवस्था की समीक्षा करते हुए सीएम ने कहा कि महिला उत्पीड़न से संबंधित मामलों को गंभीरता से लें। साथ ही डायल 112 को और अधिक प्रभावी बनाया जाए, जिससे अपराधों पर अंकुश लगाया जा सके।
मुख्यमंत्री द्वारा विकास कार्यों की बिन्दुवार समीक्षा की गई। मंडल के चारों जिलों में बृहद कान्हा गौशाला के निर्माण के लिए हेतु शासन द्वारा 01 करोड़ 20 लाख रुपए धनराशि अवमुक्त करने के बावजूद महोबा व चित्रकूट जनपद में गौशालाओं के निर्माण में प्रगति न पाये जाने पर वहां के जिलाधिकारियों पर नाराजगी जाहिर की।
कहा कि कार्यों में शिथिलता न बरतें तथा तत्काल कान्हा गौशालाओं का निर्माण कराकर अन्ना गौवंश को संरक्षित करने का कार्य करें। बेस लाइन सर्वे में छूटे हुए पात्र लाभार्थियों को महोबा एवं हमीरपुर जनपदों में शौचालयों की प्रगति खराब पाये जाने पर नाराजगी व्यक्त की। बैठक में प्रमुख सचिव पंचायती राज अनुराग श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव पशुधन डेयरी एवं मत्स्य बीएल मीणा, जिले के प्रभारी मंत्री/कृषि एवं कृषि अनुसंधान राज्यमंत्री लाखन सिंह राजपूत, लोक निर्माण विभाग के राज्यमंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय, डीआईजी दीपक कुमार के अलावा दोनों सांसद, विधायक और अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
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