समरनीति न्यूज, बांदा : जिला मुख्यालय पर नवाबटैंक के किनारे कुछ दिन पहले एक विवाहिता के कपड़े और सुसाइड नोट रखा मिला था। इसके बाद पुलिस ने नवाबटैंक तालाब में गोताखोरों को उतारकर शव की तलाश भी कराई थी। सभी को अंदेशा था कि विवाहिता ने शायद सुसाइड कर ली है। पुलिस ने गहन जांच में सुसाइड की बात वाला यह घटनाक्रम पूरी तरह से नाटक निकला है। पुलिस ने उस विवाहिता को 13 दिन बाद कानपुर से जिंदा बरामद कर लिया है। उसे सीसामऊ पुलिस ने परिवार वालों के हवाले कर दिया है। महिला ने एसपी के शिकायतीपत्र देकर पति और ससुराल वालों के खिलाफ साजिश का आरोप लगाया है।
यह था पूरा मामला
बताते चलें कि तिंदवारी थाना क्षेत्र के मूंगुस गांव की रहने वाली सुनीता पुत्री मेवालाल ने पुलिस को बताया है कि बीती 3 जुलाई की सुबह आवंतीनगर लोधी कालोनी में स्थित अपनी ससुराल में थी। वह सुबह शौच के लिए गई थी। कुछ लोगों ने उसे पकड़कर बोलेरो गाड़ी में डाला।
पति की तलाश में पुलिस
इसके बाद बेहोश करके एक कमरे में ले गए। 12 दिन तक वहां 4 लोगों ने उसके साथ 12 दिनों तक शारीरिक शोषण किया। 15 जुलाई को उनके कब्जे से किसी तरह छूटकर टेंपो से सीसामऊ थाने पहुंची। वहां पुलिस ने उसे पिता के सुपुर्द किया। विवाहिता ने कहा कि उसने सुसाइड नोट कई दिन पहले लिखा था जो पति के हाथ लग गया था। उसने पत्नी का अपहरण कराकर उस सुसाइड नोट को घटना वाली जगह पर रख दिया। उसकी एक 8 महीने की बेटी भी है। घटना के खुलासे से पुलिस के भी होश उड़ गए हैं। अब पुलिस महिला के पति की तलाश कर रही है।
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