समरनीति न्यूज, बांदा : बांदा पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल ने विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल कार्यकर्ताओं को पीटने वाले थानाध्यक्ष तिंदवारी और दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया है। वहीं मामले की जांच सीओ सदर एके सिंह को सौंपी गई है। उधर, बुधवार को एबीवीपी और बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया। साथ ही एसपी कार्यालय का घेराव भी किया। कार्यकर्ता पुलिस कर्मियों के खिलाफ रिपोर्ट लिखने की मांग कर रहे थे।
यह था पूरा मामला
बताते हैं कि तिंदवारी थाना क्षेत्र के एक गांव की किशोरी का दूसरे समुदाय के युवक द्वारा अपहरण कर लिया गया था। पुलिस ने मंगलवार को आरोपी को गिरफ्तार कर किशोरी को भी बरामद कर लिया। जानकारी विहिप और बजरंग दल कार्यकर्ता तिंदवारी थाने पहुंचे। साथ ही आरोपी के खिलाफ सख्त धाराओं में कार्रवाई की मांग की।
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आरोप है कि इस बीच कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच बहस शुरू हो गई। इसके बाद एसओ राधाकृष्ण तिवारी और सिपाहियों ने विहिप जिला मंत्री दीपू दीक्षित और बजरंग दल के जिला संयोजक केपी प्रजापति को बुरी तरह से लाठियों से पीटा। इससे उन्हें चोटें भी आईं। घटना के बाद कार्यकर्ताओं ने देर रात एसपी आवास घेरते हुए कार्रवाई की मांग की थी। देर रात एएसपी लक्ष्मी निवास मिश्र ने सीओ सदर अजय सिंह को जांच की जिम्मेदारी सौंपी।
दूसरी दिन भी किया प्रदर्शन
उधर, दूसरे दिन आज बुधवार को विहिप व बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने शहर में बाइक जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया। बाद में एसपी से मिलने पहुंचे। उधर, एसपी अंकुर अग्रवाल ने तत्काल प्रभाव से थानाध्यक्ष राधा कृष्ण तिवारी व सिपाही फिरोज अंसारी और दीपक दुबे को लाइन हाजिर कर दिया। मामले की जांच सीओ सदर अजय कुमार सिंह को सौंप दी। एसपी का कहना है कि थाने में लगे सीसीटीवी फुटेज देखते हुए जांच की जा रही है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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